गुरुग्राम में सरचार्ज माफी योजना दिखी बेअसर, 400 करोड़ बकाया पर नहीं चला निगम का करंट
गुरुग्राम में बिजली निगम की सरचार्ज माफी योजना उम्मीद के मुताबिक सफल नहीं रही। 400 करोड़ रुपये के बकाया में से केवल 13 करोड़ रुपये ही वसूल हो पाए। अधिकारियों का कहना है कि जागरूकता की कमी के कारण वसूली कम हुई। निगम ने अब सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है, क्योंकि डिफ़ॉल्टिंग राशि बढ़ने से वित्तीय स्थिति पर दबाव बढ़ रहा है।

महावीर यादव, बादशाहपुर। बिजली निगम के लिए 400 करोड़ रुपये का डिफाल्टिंग राशि वसूलना अब भी बड़ी चुनौती बना हुआ है। उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए निगम ने 12 मई से 11 नवंबर तक सरचार्ज माफी योजना चलाई। लेकिन इसका असर उम्मीद के मुताबिक नहीं दिखा। छह महीने तक चली इस योजना के बावजूद वसूली के आंकड़े बेहद निराशाजनक रहे।
6 महीने तक योजना चलाने के बाद भी 400 करोड़ रुपये में से मात्र 13 करोड़ रुपये की वसूली हुई। इस आंकड़े को देखकर लगता है कि इस योजना में ना अधिकारियों ने गंभीरता दिखाई और ना उपभोक्ताओं ने ही विशेष रुचि ली। जिले में बिजली निगम के सर्कल-वन और सर्कल-टू दो सर्कल है।
जिले में कुल 83,319 डिफाल्टर उपभोक्ता हैं। जिन पर करीब 400 करोड़ रुपये का बकाया है। इनमें से केवल 2,165 उपभोक्ताओं ने ही योजना का लाभ लेने में रुचि दिखाई। इनसे निगम को अब तक मात्र 13 करोड़ रुपये की वसूली हो सकी है। जो कुल बकाया का बहुत छोटा-सा हिस्सा है।
निगम के अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ताओं को कई बार नोटिस भेजे गए। गांवों और शहरी इलाकों में विशेष शिविर भी लगाए गए। फिर भी भुगतान के प्रति लोगों में जागरूकता नहीं बढ़ी। अधिकारी भी बकाया वसूली को लेकर विशेष सक्रिय नजर नहीं आ रहे हैं।
बिजली निगम के एक सेवानिवृत वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि निगम को अब सिर्फ अपीलों या छूट योजनाओं पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। बल्कि बड़े बकायेदारों पर सख्त कार्रवाई करनी होगी। बिजली निगम अब उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति कर रहा है। बिजली आपूर्ति की बेहतर सेवाएं हैं तो वसूली भी मजबूती से होनी चाहिए।
लगातार बढ़ रही डिफाल्टिंग राशि से बिजली निगम की वित्तीय स्थिति पर दबाव बढ़ रहा है। यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो अगले वित्त वर्ष में यह राशि 500 करोड़ के पार जा सकती है।
सब डिवीजन, डिफाल्टर उपभोक्ता, बकाया राशि, योजना में शामिल उपभोक्ता, योजना में वसूली राशि (करोड़ रुपये में)
आईडीसी, 1673, 11.68, 60, .63
सेक्टर-5, 323, 1.49, 13, 0.18
न्यू कॉलोनी, 2379, 4.45, 14, 0.08
कादीपुर, 1747, 18.85, 20, 0.11
न्यू पालम विहार, 1466, 10.03, 223, 3.11
सेक्टर-37, 741, 4.12, 7, 0.07
मानेसर, 2532, 6.29, 00, 00
खेड़कीदौला, 763, 7.45, 00, 00
पटौदी, 8139, 9.00, 6, 0.07
भोड़ाकलां, 5851, 9.15, 155, 0.08
फरुखनगर, 5979, 11.92, 89, 0.16
हेली मंडी, 5520, 4.26, 81, 0.18
सर्कल-टू
सब डिवीजन, डिफाल्टर उपभोक्ता, बकाया राशि, योजना में शामिल उपभोक्ता, योजना में वसूली राशि (करोड़ रुपये में)
मारुति, 734, 20.78, 10, 2.02
डीएलएफ सिटी, 2373, 26.33, 6, 0.12
साउथ सिटी, 1624, 10.40, 2, 0.3
सेक्टर-23, 735, 13.69, 00, 00
सेक्टर-56, 2655, 12.87, 1, 0.02
सेक्टर-31, 1911, 15.77, 4, 0.10
सुशांत लोक, 1240, 33.59, 3, 0.5
सोहना, 6816, 20.81, 507, 2.76
तावडू, 18875, 36.40, 575, 1.26
सोहना रोड, 1816, 99.64, 13, 0.18
बादशाहपुर, 7427, 11.81, 376, 2.25
बिजली निगम ने डिफाल्टर उपभोक्ताओं को सरचार्ज माफी के साथ मूल राशि जमा करने का बेहतर मौका दिया। इस योजना के तहत भी जिन उपभोक्ताओं ने राशि जमा नहीं कराई है। उनको नोटिस दिए गए हैं। भविष्य में ऐसे डिफाल्टर उपभोक्ताओं की संपत्ति अटैच करने की भी कार्रवाई की जाएगी।
अशोक कुमार गर्ग, प्रबंध निदेशक, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम

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