गुरुग्राम की सोसायटी में किरायेदारों से अतिरिक्त क्लब चार्ज और एंट्री रोकने पर विवाद, 50 परिवारों ने जताया विरोध
गुरुग्राम की एक सोसायटी में किरायेदारों से क्लब के अतिरिक्त चार्ज लेने और एंट्री रोकने पर विवाद हो गया है। लगभग 50 परिवारों ने इसका विरोध किया है। किरायेदारों का कहना है कि वे सभी नियमों का पालन करते हैं, फिर भी उन्हें क्लब इस्तेमाल करने और सोसायटी में आने-जाने से रोका जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है।
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क्लब में अतिरिक्त शुल्क के विरुद्ध एकत्र हुए विपुल लावण्या सोसायटी में रह रहे किरायेदार। सौ. किरायेदार
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। सेक्टर 81 स्थित विपुल लावण्या सोसायटी में किरायेदार परिवारों और आरडब्ल्यूए के बीच विवाद गहरा गया। आरडब्ल्यूए द्वारा केवल किरायेदारों से क्लब उपयोग के लिए प्रति व्यक्ति 1000 रुपये अतिरिक्त शुल्क मांगे जाने और 15 अक्टूबर को उनके क्लब हाउस में प्रवेश रोकने के फैसले के बाद करीब 50 परिवार एकजुट होकर 16 अक्टूबर को क्लब हाउस के बाहर एकत्र हुए।
किरायेदार कामिनी ने आरोप लगाया कि वे हर महीने रखरखाव शुल्क नियमित रूप से जमा करते हैं, फिर भी क्लब की सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। उनका कहना है कि यह निर्णय एकतरफा और भेदभावपूर्ण है। किरायेदारों ने बताया कि जब उन्होंने महिला आरडब्लूए कार्यकारी सदस्य, सचिव और अध्यक्ष से बात करने की कोशिश की तो कोई भी मिलने नहीं आया।
सोसायटी के निवासियों का आरोप है कि अध्यक्ष और सचिव दोनों पिछले 4.5 वर्षों से पद पर हैं। चार साल से वार्षिक आम सभा नहीं हुई है और सभी निर्णय मनमाने ढंग से लिए जा रहे हैं। किरायेदार विनीत चौधरी ने जिला प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि सोसायटी में निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम हो ताकि किरायेदारों और मालिकों के बीच भेदभाव न किया जाए।
सोसायटी के सचिव संजय सिंघवी ने बताया कि आरडब्ल्यूए का कोई भी निर्णय मनमाना नहीं है। सोसायटी के निवासियों की सहमति से शुल्क लगाया गया हैं क्योंकि क्लब के इस्तेमाल में लापरवाही बरतने से खर्चे अत्यधिक बढ़ रहे हैं फिर भी लोग चाहेंगे इस घटाने या अन्य निर्णय पर विचार किया जा सकता हैं।
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