गुरुग्राम के मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो चौक पर बनेगा अंडरपास, हजारों लोगों को जाम से मिलेगी राहत
गुरुग्राम के मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो चौक पर जीएमडीए द्वारा अंडरपास बनाया जाएगा, जिससे ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। 80 करोड़ की इस परियोजना को जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है। यह चौक कई महत्वपूर्ण मार्गों को जोड़ता है और यहाँ भारी ट्रैफिक रहता है। अंडरपास बनने से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की ओर जाने वाले वाहनों को फायदा होगा और आसपास के सेक्टरों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

मिलेनियम सिटी गुरुग्राम मेट्रो स्टेशन चौक। जागरण
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। गुरुग्राम में ट्रैफिक जाम की बड़ी समस्या से निपटने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो चौक पर अंडरपास बनाने की योजना तैयार की है। लगभग 80 करोड़ रुपये की इस परियोजना का प्रस्ताव 10 नवंबर को होने वाली जीएमडीए बोर्ड बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।
किसे मिलेगा फायदा?
यह चौक सेक्टर 27, 29, 43 और 44 के बीच स्थित है और शहर के प्रमुख मार्गों को जोड़ता है। यहां मेट्रो स्टेशन, रैपिड मेट्रो स्टेशन, गैलेरिया मार्केट और सेक्टर-29 के रेस्टोरेंट हब के कारण हर रोज भारी जाम लगता है। सर्वे के अनुसार, पीक ऑवर में यहां करीब 9,200 वाहन (पैसेंजर कार यूनिट्स) गुजरते हैं। आने वाले समय में इस चौक पर एक और मेट्रो स्टेशन बनने जा रहा है, जिससे ट्रैफिक और पैदल यात्रियों का दबाव और बढ़ने की संभावना है।
जीएमडीए के एक अधिकारी ने बताया कि अंडरपास का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और इसे अथॉरिटी की बैठक में प्रशासनिक स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। मंजूरी मिलते ही परियोजना की डिटेल्ड रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जीएमडीए की कम्प्रिहेन्सिव मोबिलिटी मैनेजमेंट प्लान (सीएमएमपी) के अनुसार शहर की लगभग आधी सड़कें 30 किलोमीटर प्रति घंटे से कम गति पर चल रही हैं। इसी रिपोर्ट में मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो चौक को प्राथमिकता वाले स्थानों में शामिल किया गया है, जहां ग्रेड सेपरेशन (अंडरपास या फ्लाईओवर) की जरूरत बताई गई थी ताकि ट्रैफिक सिग्नल पर लगने वाली देरी को कम किया जा सके।
24 महीनों में पूरी होगी परियोजना
प्रस्तावित अंडरपास से इफ्को चौक, गोल्फ कोर्स रोड एक्सटेंशन, फरीदाबाद, एनएच-48 और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की ओर जाने वाले वाहनों को राहत मिलेगी। साथ ही आसपास के सेक्टरों में स्थानीय आवागमन और मेट्रो व रैपिड मेट्रो नेटवर्क से बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी। काम शुरू होने के बाद परियोजना को 24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
जीएमडीए शहर के कई प्रमुख चौकों पर भी इसी तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। अतुल कटारिया चौक, महावीर चौक और बसई चौक पर पहले ही अंडरपास या फ्लाईओवर बन चुके हैं। वहीं, बख्तावर चौक पर मेट्रो लाइन के साथ नया ग्रेड सेपरेटर प्रस्तावित है। इसके अलावा अंबेडकर चौक (सेक्टर 45-46-51-52) और दादी सती चौक (सेक्टर 85-86-89-90) पर भी फ्लाईओवर की योजना है।
सुशांत लोक एक आरडब्ल्यूए अध्यक्ष दीपक वर्मा ने कहा कि यह चौक शहर के सबसे व्यस्त स्थानों में से एक है। योजना कागज पर अच्छी लगती है लेकिन इसकी असली सफलता इसके क्रियान्वयन पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि पहले भी यहां फ्लाईओवर बनाया गया था लेकिन वह सिग्नल पर ही खत्म हो जाता है, जिससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। यदि इस बार अंडरपास सही तरीके से बनाया गया तो निश्चित रूप से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी, खासकर तब जब यहां एक और मेट्रो स्टेशन भी बन रहा है।

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