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    2020 में जर्मनी गया था लखविंदर, संपत के जरिए लॉरेंस गिरोह में हुआ था शामिल; अमेरिका से भारत किया गया डिपोर्ट

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 10:07 PM (IST)

    लखविंदर 2020 में जर्मनी गया, जहाँ संपत नेहरा के माध्यम से वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह में शामिल हुआ। अवैध रूप से अमेरिका में रहने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया और फिर भारत वापस भेज दिया गया। गिरोह में उसका प्रवेश संपत नेहरा के ज़रिये हुआ।

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    लॉरेंस गिरोह का गुर्गा लखविंदर अमेरिका से भारत किया गया डिपोर्ट।

    विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। अमेरिका से डिपोर्ट कर शनिवार रात भारत लाया गया लारेंस बिश्नोई गिरोह का गुर्गा लखविंदर सिंह बेदाग छवि के साथ 2020 में अपने पासपोर्ट पर जर्मनी गया था। यहां इसने जनरल स्टोर में और पार्ट टाइम टैक्सी ड्राइवर का काम किया। इसी दौरान वह इंटरनेट मीडिया के जरिये लारेंस बिश्नोई के लिए काम करने वाले संपत नेहरा के संपर्क में आया। उसके जरिए ही वह लारेंस के भाई अनमोल बिश्नोई से मिला। अनमोल बिश्नोई के कहने पर यह अमेरिका गया और गिरोह के लिए काम करने लगा।

    एसटीएफ हरियाणा की टीम ने शनिवार रात दिल्ली एयरपोर्ट से लखविंदर सिंह उर्फ लक्खा को गिरफ्तार किया था। इसे अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत लाया गया। यह पहली बार है जब किसी भारतीय आरोपित का अमेरिकी एजेंसी द्वारा सफल प्रत्यर्पण हुआ है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह मूल रूप से कैथल के तितराम गांव का रहने वाला है। इसके विरुद्ध कुरुक्षेत्र, सोनीपत, रोहतक, यमुनानगर और कैथल जिले में रंगदारी मांगने के कुल छह मामले दर्ज हैं।

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    अंबाला जिले में रंगदारी और जानलेवा हमले का भी एक केस है। इस पर हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में रंगदारी मांगने के मामले हैं। इसके विरुद्ध सात दिसंबर 2023 को लुक आउट सर्कुलर और 26 दिसंबर 2024 को रेड कार्नर नोटिस हरियाणा एसटीएफ ने जारी करवाया था।

    एसटीएफ एसपी विक्रांत भूषण ने बताया कि आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इससे इसके गिरोह के बारे में जानकारी ली जाएगी। एसपी ने बताया कि विदेश जाने से पहले इस पर कोई मामला नहीं था। वहां जाने के बाद यह लारेंस बिश्नोई गिरोह के लिए काम करने लगा और कई मामलों में इसका नाम सामने आया।

    एक वर्ष तक लगातार फॉलोअप करती रही एसटीएफ टीमें

    एसटीएफ एसपी ने बताया कि भारतीय एजेंसियों द्वारा विदेशी एजेंसी के साथ मिलकर रेड कार्नर नोटिस जारी कराने के बाद एक साल तक लगातार कम्युनिकेशन और फालोअप किया जाता रहा। इसी का नतीजा रहा कि आरोपित को गिरफ्तार कर भारत लाया जा सका।

    गांव में परिवार की साफ छवि, विदेश जाने से पहले लखविंद भी था बेदाग

    कैथल के तितरम गांव के रहने वाले लखविंद्र कुमार को अमेरिका के कैलिफोर्निया से गिरफ्तार किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लखविंद्र का परिवार शराफत से रहा है। उन्हें तो यह सुनकर यकीन नहीं हो रहा कि उसे गिरफ्तार किया है और वह कोई अपराध कर सकता है। पूरे परिवार में भी किसी पर कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है। गांव में परिवार की भी साफ छवि रही है।

    पिता सतीश खेतीबाड़ी का काम करते हैं और माता गृहिणी हैं। एक बहन है और उसकी शादी हो चुकी है। परिवार खेतीबाड़ी पर ही आश्रित है। करीब पांच वर्ष पहले गांव से विदेश गया था, ताकि परिवार की आर्थिक हालत को सुधार सके। हालांकि, लखविंद्र पर कैथल के सदर थाना में 29 मार्च 2023 को रंगदारी मांगने का केस दर्ज किया गया था।

    2024 के मुकाबले घटे रंगदारी के मामले

    एसटीएफ हरियाणा ने वर्ष 2025 में करीब 220 गैंग से संबंधित गिरफ्तारियां की हैं। यह लगातार चल रहे आपरेशन, टारगेट एक्शन और सर्विलांस का परिणाम है, जिसने संगठित अपराध नेटवर्क पर प्रभाव डाला है। राज्य में एक्सटार्शन काल्स की संख्या वर्ष 2024 के मुकाबले 160 से घटकर 2025 में 109 रह गई है। हालांकि, एसटीएफ इसको लेकर भी चिंतित है। जल्द ही इसमें भी कमी लाने के प्रयास किए जाएंगे।