मैनपाल बादली का नेटवर्क खंगाल रही STF, फर्जी पासपोर्ट से कंबोडिया भाग गया था मोस्टवांटेड गैंगस्टर
गुरुग्राम पुलिस मैनपाल बादली के फर्जी पासपोर्ट मामले की जांच कर रही है। बादली 2019 में फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाकर कंबोडिया भाग गया था। एसटीएफ उसे कंबोडिया से वापस लाई है और रिमांड पर पूछताछ कर रही है। पुलिस को संदेह है कि गुरुग्राम के किसी गिरोह ने उसकी मदद की। वह अपराध की दुनिया में 2000 में आया था और उस पर कई मामले दर्ज हैं।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। कंबोडिया से दो सितंबर की रात पकड़कर लाए गए मोस्टवांटेड अपराधी मैनपाल बादली से एसटीएफ सात दिन के रिमांड पर पूछताछ कर रही है। उससे उसका फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाले के बारे में जानकारी ली जा रही है। अंदेशा है कि इसका पासपोर्ट बनवाने में गुरुग्राम के ही किसी व्यक्ति या गिरोह का हाथ है।
मैनपाल बादली 2019 में गुरुग्राम के सेक्टर 18 स्थित सिरहौल गांव के पते पर फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवाकर कोलकाता एयरपोर्ट से कंबोडिया फरार हो गया था। इसके बाद वह कभी भारत नहीं आया। एसटीएफ की जांच में पता चला कि वह यहां से जाते समय करीब सवा करोड़ रुपये ले गया था।
उसने वहां की एक महिला के साथ घर बसाया और डिस्को संचालित किया। एसटीएफ रिमांड के दौरान उससे यह भी पूछ रही है कि वहां रहने के दौरान भारत से किसने उसकी मदद की या वह किसी गिरोह के साथ तो नहीं जुड़ा था।
मैनपाल बादली झज्जर के बादली गांव का रहने वाला है और वर्ष 2000 में वह अपराध की दुनिया में आया था। उसके खिलाफ झज्जर, गुरुग्राम समेत हरियाणा के अन्य जिलों में हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी समेत कई अन्य मामलों में 22 केस दर्ज हैं।
अदालतों ने उसे उम्र कैद की सजा भी सुना रखी है। 2018 में पैरोल पर बाहर आने के बाद यह फरार हो गया था। इसी के बाद यह हरियाणा एसटीएफ की मोस्टवांटेड लिस्ट में था। एसटीएफ आइजी सतीश बालन ने बताया कि फिलहाल आरोपित से रिमांड के दौरान कई चीजों के बारे में पूछताछ की जा रही है। जल्द ही इसकी जानकारी साझा की जाएगी।
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