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    कैथल में SP ने दी चेतावनी, फेसबुक-इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी से रहें सतर्क; साझा न करे निजी जानकारी 

    By Sunil Kumar Edited By: Suprabha Saxena
    Updated: Sun, 12 Oct 2025 03:07 PM (IST)

    पुलिस अधीक्षक ने फेसबुक और इंस्टाग्राम उपयोगकर्ताओं को फर्जी आईडी बनाकर संदेश भेजने वालों से सावधान रहने की सलाह दी है। साइबर अपराधी अक्सर लड़कियों के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं और लोगों को फंसाते हैं। किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी निजी जानकारी साझा न करें और पैसे मांगने पर अच्छी तरह जांच-पड़ताल करें। साइबर अपराध का शिकार होने पर तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं। पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए प्रयासरत है।

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     एसपी उपासना 

    जागरण संवाददाता, कैथल। एसपी उपासना ने कहा कि सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग ने जहां लोगों को आपस में जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई है, वहीं साइबर अपराधियों ने भी इसे ठगी का आसान माध्यम बना लिया है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप या अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर असली प्रोफाइल जैसा दिखने वाला फर्जी अकाउंट बनाकर साइबर ठग लोगों को धोखे में ले रहे हैं। ठग पहले किसी परिचित, रिश्तेदार, मित्र, अधिकारी या संस्था की डीपी और नाम का उपयोग करके अकाउंट तैयार करते हैं। इसके बाद वे उसी नाम से मैसेज भेजकर भरोसा जीतते हैं और फिर विभिन्न बहानों का सहारा लेकर आर्थिक मदद या निजी जानकारी मांगते हैं।

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    एसपी ने बताया कि कई बार ठग कहते हैं कि अस्पताल में आपातकालीन स्थिति है। इंटरनेट काम नहीं कर रहा, ट्रांजेक्शन लिमिट खत्म हो गई है या तुरंत पैसे की जरूरत है। कुछ मामलों में ठग सरकारी योजना या इनाम की सूचना देने का झांसा देकर ओटीपी, बैंक विवरण या लिंक पर क्लिक करवाने की कोशिश करते हैं।

    लोग अक्सर प्रोफाइल फोटो देखकर ही भरोसा कर लेते हैं और बिना पुष्टि किए पैसे भेज देते हैं। ऐसे किसी भी मैसेज या कॉल पर बिना पुष्टि किए भरोसा न करें। यदि कोई परिचित बनकर पैसे मांगता है, तो सबसे पहले सीधे फोन करके सत्यापन करें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल, पासवर्ड या ओटीपी किसी को भी न दें।

    अनजान लिंक पर क्लिक न करें और स्क्रीन शेयरिंग अनुमति न दें। सोशल मीडिया अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए टू-फैक्टर आथेंटिकेशन अवश्य लगाएं। यदि कोई व्यक्ति ठगी का शिकार हो जाए तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करवाएं। सोशल मीडिया पर मिले हर मैसेज को सच न मानें, सत्यापन करें और ठगों को सफल न होने दें।