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    हरियाणा में खेल नर्सरिसों में खिलाड़ियों बायोमेट्रिक हाजिरी लगेगी, खुराब भत्ते का फर्जीवाड़ा रुकेगा

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 01:00 AM (IST)

    कैथल में खेल विभाग ने नर्सरी में खिलाड़ियों की हाजिरी के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली शुरू की है। अब खिलाड़ियों को नियमित रूप से हाजिरी लगानी होगी जिससे फर्जीवाड़ा रुकेगा और सही खिलाड़ियों को खुराक भत्ता मिलेगा। जिले में चल रही 98 खेल नर्सरी के 2450 खिलाड़ियों को इसका लाभ मिलेगा। यह नई व्यवस्था पारदर्शिता लाएगी और खिलाड़ियों को फायदा होगा।

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    जिस खिलाड़ी की हाजिरी नियमित रूप से लगेगी उसे ही खुराक भत्ता सहित अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।

    सुनील जांगड़ा, कैथल। खेल नर्सरी में अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को लेकर अब कोई फर्जीवाड़ा नहीं हो पाएगा। जो खिलाड़ी अभ्यास करेगा और रोजाना खेल सेंटर पर आएगा उसे ही खुराक भत्ता मिलेगा। इससे पहले कई बार देखने में आया था कि नर्सरी में चयनित खिलाड़ियों की जगह दूसरे खिलाड़ियों को योजना का लाभ दे दिया जाता था। अब ऐसा नहीं हो पाएगा।

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    खेल विभाग ने नर्सरी में अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों के लिए सुबह-शाम बायोमेट्रिक मशीन में हाजिरी लगाना अनिवार्य कर दिया है। जिस खिलाड़ी की हाजिरी नियमित रूप से लगेगी उसे ही खुराक भत्ता सहित अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। खेल विभाग की तरफ से पहली बार इस तरह की व्यवस्था की गई है।

    जिले में इस समय विभिन्न खेलों की 98 खेल नर्सरी चल रही हैं। इनमें 2450 खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं। इनमें से 23 नर्सरी सरकारी प्रशिक्षण केंद्रों पर हैं। इसके अलावा 75 खेल नर्सरी पंचायत और राजकीय शिक्षण संस्थानों में खुली हुई हैं। इन 75 नर्सरी में अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को अब बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी होगी। अब कोई भी नर्सरी प्रशिक्षक हाजिरी को लेकर फर्जीवाड़ा नहीं कर पाएंगे।

    इस व्यवस्था से खिलाड़ियों की हाजिरी भी बढ़ेगी और पारदर्शिता भी आएगी। खिलाड़ियों की हाजिरी के लिए भी विभाग को अब ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इस व्यवस्था से नर्सरी में अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को फायदा होगा। जो मशीन होगी उसे भी पंचायत या शिक्षण संस्थान की तरफ से ही खरीदा जा रहा है। बता दें कि जिला खेल अधिकारी की तरफ से समय-समय पर नर्सरी का निरीक्षण भी किया जाता है। खिलाड़ियों की संख्या, हाजिरी और अन्य व्यवस्थाएं चेक की जाती हैं।

    यह मिलता है खिलाड़ियों को खुराक भत्ता

    एक नर्सरी में 25 खिलाड़ी अभ्यास करते हैं। विभाग की तरफ से आठ से 14 साल के खिलाड़ी को 1500 रुपये और 15 से 19 साल के खिलाड़ी को दो हजार रुपये खुराक भत्ता दिया जाता है। यह राशि सीधे खिलाड़ियों के खाते में भेजी जाती है। खेल मुख्यालय की तरफ से प्राइवेट नर्सरी में खिलाड़ियों को अभ्यास करवाने वाले प्रशिक्षकों को वेतन दिया जाता है। अगर किसी नर्सरी में खिलाड़ी और प्रशिक्षक नियमित रूप से नहीं आ रहे हों तो उसे बंद भी कर दिया जाता है।

    हालांकि अब विभाग की तरफ से खिलाड़ियों का खुराक भत्ता बढ़ाने की घोषणा की जा चुकी है। इसके लिए अधिकारिक तौर पर पत्र आने के बाद नई नर्सरी में जो खिलाड़ी अभ्यास करेंगे उन्हें बढ़ा हुआ खुराक भत्ता मिलेगा। जिला खेल अधिकारी राजरानी ने बताया कि खेल नर्सरी में अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों की बायोमेट्रिक हाजिरी को लेकर आए निर्देशों का पालन किया जाएगा।