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    Haryana News: पाकिस्तानी एजेंट को लीबिया में 96 लाख रुपये भेजने का आरोपी काबू, कनाडा भेजने के नाम पर किया था किडनैप

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 12:51 PM (IST)

    कैथल में, पांच युवकों को कनाडा भेजने के नाम पर लीबिया में बंधक बनाकर फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी रविंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। रविंद्र पर आरोप है कि उसने हवाला के जरिए 96 लाख रुपये पाकिस्तानी एजेंट अली शाह को भेजे थे। पीड़ितों को कनाडा भेजने का झांसा देकर लीबिया में बंधक बनाया गया था और उनसे फिरौती मांगी गई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    जागरण संवाददाता, कैथल। पांच युवकों को कनाडा भेजने के नाम पर लीबिया में बंधक बनाकर रंगदारी मांगने के मामले में स्पेशल डिटेक्टिव टीम को बड़ी सफलता मिली है। जांच अधिकारी एएसआइ तरसेम सिंह की टीम ने टोहाना निवासी रविंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के लिए रविंद्र को अदालत से पांच दिन के रिमांड पर लिया है।

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    प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित मान सिंह ने रविंद्र के माध्यम से हवाला के जरिए 96 लाख रुपये लीबिया में पाकिस्तानी एजेंट अली शाह को पहुंचाए थे। हवाला के लिए वाट्सएप पर एक नोट मिला था और उसको दिखाकर रुपये भेजे गए थे। आरोपित मान सिंह को भी चार दिन के रिमांड पर लिया हुआ है।

    एसपी उपासना ने बताया कि गांव फरीयाबाद निवासी सुरेश कुमार, रामबीर व गांव बड़सीकरी खुर्द निवासी कृष्ण कुमार की शिकायत के अनुसार वे उनके पुत्र आदित्य, विक्रांत व सुमित को विदेश भेजना चाहते थे।

    उनकी फतेहाबाद निवासी मंजीत के माध्यम से गांव साधनावास, जिला फतेहाबाद निवासी मान सिंह से हुई थी। मान सिंह से प्रत्येक युवक को 26 लाख रुपये में कनाडा भेजने की बात हुई। युवकों को कनाडा भेजने का झांसा देकर मान सिंह 10 सितंबर को दुबई की टिकट करवाकर अपने साथ ले गया था। युवकों को कहा कि कनाडा का वीजा दुबई से लगवाएगा।

    11 सितंबर को वे सभी दुबई से लीबिया रवाना हो गए थे। लीबिया में पांचों युवकों को बंधक बना लिया गया और स्वजन से रंगदारी मांगने लगे। पाकिस्तानी एजेंट अली शाह और मान सिंह ने पहले पांच करोड़ रुपये मांगे थे। इसके बाद करीब एक करोड़ रुपये पांचों युवकों को छोड़ने के नाम पर हवाला के जरिए लिए थे। 29 सितंबर तक स्वजन की विदेश गए बच्चों से बात होती रही थी। इस बारे में राजौंद थाना में केस दर्ज किया गया था।

    तीन साल पहले इटली गया था सुखबीर

    जड़ौला के रहने वाले सुखबीर तीन साल पहले इटली गया और वहां एक साल रहा। उसे इटली भेजने के लिए 17 लाख रुपये दिए थे। सुखबीर मेक्सिको की दीवार को फांद गया, लेकिन उसके एक दोस्त के बैग में दस्तावेज दीवार के पीछे रह गए, जिनके आधार पर उसे जेल में डाला गया। स्वजन ने बताया कि वह कैंप में काफी परेशान था और समय पर खाना भी नहीं मिल पाता था। फोन पर बात होती रहती थी। छह महीने पहले ही उसकी माता का निधन हो गया था पर वह संस्कार में भी शामिल नहीं हो सका।