पाकिस्तान एजेंट को देवेंद्र ने भेजी थी आर्मी कैंप की फोटो, ISI के लिए काम करने वाले थे दोस्त; जांच में नए खुलासे
कैथल पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में देवेंद्र सिंह के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। एसआईटी जांच में पाया गया कि देवेंद्र पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों के संपर्क में था जिसने उसे भारत से खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए कहा था। देवेंद्र ने उन्हें सैन्य जानकारी और तस्वीरें भेजीं। वह पाकिस्तान भी गया था।

जागरण संवाददाता, कैथल। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़े गए गांव मस्तगढ़ निवासी देवेंद्र सिंह के मामले की जांच एसआईटी पूरी कर चुकी है।
एसआईटी की तरफ से इस मामले को लेकर कैथल कोर्ट में 136 पेजों के साथ दो टीबी की हार्ड डिस्क सहित चार्जशीट पेश की जा चुकी है। जांच में यह भी सामने आया है कि देवेंद्र पाकिस्तानी इंटेलिजेंस अधिकारी शाहजी के संपर्क में आया था।
शाहजी ने देवेंद्र की मुलाकात रासीद मोहम्मद, अरसलन और रिजा नाम की लड़की से करवाई थी। ये चारों आईएसआइ के लिए काम करते हैं और पाकिस्तान के लिए खुफिया जानकारी हासिल करते हैं।
नवंबर 2024 में देवेंद्र गांव के लोगों के साथ पाकिस्तान गया था। वहां शाहजी ने देवेंद्र के रहने और खाने-पीने का प्रबंध करवाया था। उसे पाकिस्तान में शापिंग भी करवाई गई थी।
शाहजी मुख्य सरगना है और उसने देवेंद्र को बताया था कि उनके पूर्वज पाकिस्तान से ही थे। उनकी बातों में आकर देवेंद्र ने भारत की खुफिया जानकारी देने के लिए हां कर दी थी।
भारत आने के बाद देवेंद्र चारों से वाट्सएप और स्नैपचैट से बात करता था। शाहजी के पास पटियाला आर्मी कैंप वाहनों के फोटो और वीडियो भी भेजे गए थे। शाहजी के कहने पर ही देवेंद्र ने बताए गए एक व्यक्ति के खाते में 1500 रुपये भी भेजे थे।
उसे यह भी कहा गया था कि अपने साथ और लोगों को जोड़ लो। पंजाब और आसपास के एरिया में भी शाहजी के संपर्क में काफी लोग हैं। देवेंद्र के पास दो फोन थे और पकड़े जाने से पहले ही उसने फोन का डाटा डिलीट कर दिया था। डाटा काटने के कारण भी इस मामले में नई धारा भी जोड़ दी गई थी।
आपस में बातचीत के सबूत आए सामने
सीएफएल लैब से दोनों फोन का डाटा किया रिकवर पंचकूला स्थित सीएफएल लैब से दोनों फोन का डाटा रिकवर करवाया गया था।
इसमें हजारों की संख्या में फोटो और आपस में बातचीत के सबूत हैं। ज्यादातर समय वीडियो काल की जाती थी, जिसका रिकॉर्ड नहीं मिला है।
गुरु नानक देव की जन्मस्थली भी गया था देवेंद्र
शाहजी का संपर्क पानीपत के एक युवक के साथ था सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में कुल 15 गवाह बनाए हुए हैं।
बता दें कि देवेंद्र सिखों के जत्थे के साथ नवंबर 2024 में करतारपुर कोरिडोर के माध्यम से पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरु नानक देव की जन्मस्थली पर गया था। देवेंद्र कई बार अपने फेसबुक पर अवैध हथियारों के साथ फोटो अपलोड कर चुका था।
इस बारे में गुहला थाना के सुरक्षा एजेंट की शिकायत पर 11 मई को गुहला थाना में केस दर्ज कर लिया था। मामले की जांच स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट टीम को मिली तो टीम ने 13 मई को आरोपित देवेंद्र को पकड़ लिया।
उसे दो दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई तो टीम को जानकारी मिली कि देवेंद्र के तार पाकिस्तानी इंटेलिजेंस के साथ जुड़े हुए हैं। इसके बाद देवेंद्र के विरुद्ध साइबर क्राइम थाना में अलग से केस दर्ज किया गया था।
आरोपित देवेंद्र के मामले को लेकर चार्जशीट तैयार करके अदालत में पेश की जा चुकी है। पुलिस जांच के दौरान देवेंद्र के संपर्क पाकिस्तान से मिले थे। - गुरविंद्र सिंह, डीएसपी।
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