करनाल में रूस में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी, दो भाइयों से ठगे 10 लाख रुपये
करनाल के खराजपुर गांव के दो युवकों को रूस में नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई। कमल नामक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया और प्रति व्यक्ति 13.50 लाख रुपये का खर्च बताया। पैसे देने के बाद, रूस पहुंचने पर युवकों को बंधक बना लिया गया और उन्हें 25 दिन जेल में बिताने पड़े। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

रूस भेजने के नाम पर दो भाइयों से ठगे 10 लाख रुपये।
जागरण संवाददाता, करनाल। खराजपुर गांव के दो युवकों को रूस में रोजगार दिलवाने का नाम पर व बंधक बनाकर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
गांव खराजपुर के सुभाष और सुनील दोनों भाइयों के अनुसार आत्म मनोहर जैन चेरिटेबल अस्पताल इंद्री में काम करने के दौरान कमल उसे उनकी बातचीत हुई।
कमल ने बताया कि उसके रिश्तेदार विदेश में है। रूस में इस समय रोजगार के अच्छे अवसर हैं और वह उनके बेटों सुमित और अमित को भेज सकता है। जून में हुई मुलाकात में आरोपित ने दोनों बच्चों को भेजने का खर्चा 14 लाख बताया, लेकिन बातचीत में 13.50 लाख पर सौदा तय हुआ। इसमें वीजा, टिकट से लेकर रोजगार दिलवाने तक का पूरा खर्च शामिल बताया गया।
आरोपियों ने कहा कि 10 लाख वीजा आने पर देने होंगे और बाकी रकम नौकरी मिलने के बाद देनी होगी। जिसके बाद सुनील ने 6.60 लाख का लोन लिया, 1.50 लाख के जेवरात बेचे और 90 हजार में अपनी बुलेट मोटरसाइकिल बेची। 29 जुलाई को 10 लाख रुपये आरोपित को दे दिए।
इसका वीडियो भी है।चार अगस्त को दिल्ली एयरपोर्ट से सुमित और अमित को फ्लाइट में बैठा दिया गया। रूस पहुंचे तो उन्हें कोई लेने नहीं आया। दो दिन तक दोनों भाई एयरपोर्ट पर भूखे-प्यासे बैठे रहे। आरोपितों से संपर्क किया तो उन्होंने लोकेशन भेजी। वहां पर एक कमरे में गए तो वहां उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया गया। दोनों भाइयों ने भागने प्रयास किया तो उन्हें बंधक बना लिया। इस दौरान दोनों भाई 25 दिन जेल में भी रहे।

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