अच्छी नस्ल की ज्यादा दूध देने वाली सस्ती भैंस का लालच पड़ा भारी, साइबर ठगों ने बनाया शिकार
नारनौल पुलिस ने साइबर ठगी के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने भैंस बेचने के नाम पर गुवानी के एक व्यक्ति से 34 हजार रुपये ठगे थे। आरोपी ने यूट्यूब पर भैंस का विज्ञापन देकर बुकिंग और डिलीवरी के नाम पर पैसे लिए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को रिमांड पर लिया है और पूछताछ कर रही है। पुलिस साइबर अपराध के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रही है।

जागरण संवाददाता, नारनौल। साइबर ठगी के मामलों में कार्रवाई करते हुए थाना सदर नारनौल की पुलिस टीम ने साइबर ठगी के मामले में संलिप्त एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान नौसाद वासी अमीनाबाद नूंह के रूप में हुई है।
आरोपी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर भैंस बेचने के नाम पर गुवानी के रहने वाले एक व्यक्ति से 34 हजार रुपए ठग लिए। आरोपी को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
नारनौल गुवानी के रहने वाले एक व्यक्ति ने थाना सदर नारनौल में शिकायत दी कि उसने 13 नवम्बर को यूट्यूब पर एक भैंस देखकर उस भैंस को खरीदने को लेकर बात हुई, सामने वाले ने बुकिंग के लिए पांच हजार रुपये मांगे।
जिस पर शिकायतकर्ता ने रुपये ट्रांसफर कर दिए। फिर दिनांक 14 नवम्बर को भैंस को गाड़ी से भेजने बारे बात हुई, भैंस की कुल कीमत 70 हजार रुपये तय हुई थी। ठगों ने जीपीएस खराब होने की बात कहकर शिकायतकर्ता से 14 हजार पांच सौ रुपये ओर ले लिए।
जालसाजों की ओर से शिकायतकर्ता के पास से डिलीवरी लेट होने के नाम पर 21 हजार सात सौ पचास रुपये की और मांग की, शिकायतकर्ता की ओर से मना करने पर डिलीवरी कैंसल करवाने की बात कही।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके पास से 34 हजार रुपये ठग लिए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर। पुलिस प्रवक्ता सुमित ने बताया कि साइबर क्राइम और उससे बचाव के तरीकों के बारे में महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा विभिन्न माध्यमों से लगातार जागरूक किया जा रहा है।
साइबर ठगों द्वारा इंटरनेट मीडिया साइट्स पर अच्छी नस्ल के गाय-भैंसों के फोटो-वीडियो अपलोड कर सस्ते में बेचने का लालच दिया जाता है और इसके जरिए लोगों को फंसाया जाता है।
फोटो/वीडियो/विज्ञापन/एड में कम कीमत पर अच्छी नस्ल की ज्यादा दूध देने वाली भैंस दिखाई जाती है। जिनके द्वारा दिए नंबर पर संपर्क करने पर साइबर ठगों द्वारा आपको विश्वास दिलाने के लिए भैंस का दूध निकालकर दूध को नापने, डेयरी फार्म के फोटो और भैंस को वाहन में बैठाकर उसे भेजने के वीडियो भी भेज दिए जाते हैं।
इसके बाद साइबर ठगों द्वारा आपको अपने जाल में फंसाकर अलग-अलग बहाने बनाकर एडवांस के रूप में रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए जाते हैं।
साइबर ठग वाहन का डीजल खत्म होने, गाड़ी का जीपीएस काम ना करने आदि भिन्न–भिन्न बहाने बनाकर आपसे पैसे मंगवाते हैं और आपके साथ ठगी करते हैं। ऐसे किसी भी प्रकार के सस्ते, लुभावने विज्ञापनों के झांसे में न आएं।

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