नूंह में साइबर ठगी का पर्दाफाश, पुलिस ने चार आरोपियों को दबोचा; कई राज्यों में की थी धोखाधड़ी
मेवात पुलिस ने दूसरे राज्यों में साइबर ठगी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने महाराष्ट्र ओडिशा तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में लोगों को ठगा था। पुलिस ने उनके कब्जे से मोबाइल फर्जी सिम कार्ड और अन्य डिजिटल सबूत बरामद किए हैं। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

जागरण संवाददाता, नूंह। साइबर ठगी की घटनाएं आए दिन बढ़ती ही जा रही हैं, ठगी की ये घटनाएं पुलिस के लिए सिर दर्द बनी हुई। हालांकि पुलिस ठगी के आरोपितों को रोजाना दबोचकर जेल का सफर करा रही है। बावजूद इसके ठगों पर अंकुश नहीं लग रहा है।
पुलिस ने इसी कड़ी में कई राज्यों में लोगों को ठगी का शिकार बन चुके चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ठगों ने विभिन्न माध्यम से ठगी करके लोगों को चपत लगाई है। आरोपितों के कब्जे में पुलिस ने मोबाइल फर्जी सिम भी बरामद की हैं, जिनकी जांच करने पर ठगी की बात सामने आई हैं। आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है।
साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक ओमबीर के नेतृत्व में बनी पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ युवक फर्जी तरीके से मोबाइल सिम कार्ड एक्टिवेट कर साइबर अपराधियों को बेचते हैं और आनलाइन फ्राड में भी शामिल हैं। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर आरोपियों को रंगे हाथों काबू किया।
पुलिस की मुताबिक गिरफ्तार आरोपित हनजला उर्फ अन्नजल पुत्र अकबर, निवासी शाहपुर नंगली, थाना शहर नूंह से एक मोबाइल फोन, दो फर्जी एक्टिवेटिड एयरटेल सिम कार्ड, व्हाट्सएप चैटिंग और डेबिट कार्ड की फोटो बरामद हुईं। नदीम पुत्र इस्लाम व उसका भाई हामिद, निवासी चांदडाका, थाना सदर पुन्हाना से दो मोबाइल फोन बरामद हुए।
जांच में सामने आया कि उनके मोबाइल नंबरों पर महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और तेलंगाना राज्यों से कई आनलाइन ठगी की शिकायतें दर्ज हैं। जबकि मुश्ताक पुत्र इलियास निवासी खेडला पुन्हाना से मोबाइल और दो सिम कार्ड मिले मोबाइल की जांच में ईमेल आईडी, क्यूआर कोड और ठगी से जुड़े लेन-देन के सबूत मिले, उसके बैंक खाते से भी साइबर फ्राड से संबंधित ट्रांजेक्शन पाए गए।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपितों से कई मोबाइल , फर्जी एक्टिवेटिड सिम कार्ड, बैंक एटीएम कार्ड और डिजिटल साक्ष्य कब्जे में लिए। बरामदगी की वीडियोग्राफी ई-साक्ष्य एप पर की गई और सारे सबूत सीजर मिमो के तहत कब्जा पुलिस में लिए गए।
पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं। सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। विदित रहे कि जिले की पुलिस ने पिछले चार माह के दौरान करीब 200 साइबर ठगों को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भिजवाया है। बावजूद इसके साइबर ठगी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।