पड़ोसियों के अधिकारों को लेकर जमात-ए- इस्लामी हिंद ने शुरू की खास मुहीम, आपसी हमदर्दी को बढ़ावा देना उद्देश्य
जमात-ए-इस्लामी हिंद ने नूंह में पड़ोसियों के अधिकारों के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। इस मुहिम का उद्देश्य आपसी सद्भाव और सहानुभूति को बढ़ावा देना है, जिससे समुदाय में सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित हो सकें और एकता की भावना मजबूत हो।

बड़कली चौक पर जानकारी देते हुए जमात-ए-हिंद के सदस्य। जागरण
संवाद सहयोगी, नगीना (नूंह)। जमात-ए-इस्लामी हिंद के द्वारा बड़कली चौक बृहस्पतिवार को पड़ोसियों के अधिकार मुहिम का शुभारंभ प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद इश्तियाक ने किया। इसमें आदर्श पड़ोसी, आदर्श समाज के नारे के साथ शुरू की गई।
यह दस-दिवसीय मुहिम 21-30 नवंबर तक पूरे देशभर में चलाई जाएगी। इसका उद्देश्य समाज में पड़ोसियों के प्रति सम्मान, सहयोग और सद्भाव की भावना को मजबूत करना है। इस संबंध में जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी शिबली अरसलान ने दी है।
पड़ोसियों के अधिकारों को अहमियत देता है इस्लाम
मोहम्मद इश्तियाक ने कहा कि इस्लाम पड़ोसियों के अधिकारों को बेहद अहमियत देता है और इसे एक शांतिपूर्ण तथा सामंजस्यपूर्ण समाज की बुनियाद मानता है। बताया कि निकटतम पड़ोसियों से लेकर 'अस्थायी पड़ोसियों' जैसे सहकर्मी, सहयात्री और रास्ते में मिलने वाले हर इंसान के साथ अच्छा व्यवहार करने की हिदायतें दी गई हैं।
इस मुहिम का उद्देश्य लोगों को इन शिक्षाओं की याद दिलाना और बेहतर पड़ोसी बनकर समाज के सामने सकारात्मक मूल्यों को प्रस्तुत करना है। प्रदेश संयोजक मौलाना शमसुद्दीन नदवी ने बताया कि बदलते शहरी जीवन और बढ़ते अकेलेपन के कारण पड़ोसी रिश्तों में दूरियां बढ़ रही हैं।
आपसी हमदर्दी को बढ़ावा देना उद्देश्य
यह मुहिम आपसी हमदर्दी, सहयोग, साफ-सफाई और ट्रैफिक अनुशासन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है, जिन्हें हम सामाजिक जिम्मेदारी मानता है। इस मुहिम के दौरान बैठक, चाय सभा, महिलाओं व युवाओं के लिए गांव-गांव विशेष कार्यक्रम, मोहल्लों में सफाई अभियान, जागरूकता रैलियां और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं शामिल हैं।
साथ ही ‘अपने पड़ोसी को जानें’ कार्यक्रम और स्थायी स्थानीय समितियों के गठन की भी योजना है, ताकि मुहिम के बाद भी सद्भाव और संवाद का सिलसिला जारी रह सके।

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