किसानों का धरना 13वें दिन भी जारी, कम मुआवजे पर सरकार को घेरा
पलवल में राष्ट्रीय राजमार्ग 334 के चौड़ीकरण हेतु अधिग्रहित भूमि के कम मुआवजे के विरोध में किसानों का धरना 13वें दिन भी जारी रहा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष नेत्रपाल अधाना ने किसानों को समर्थन देते हुए सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया और करोड़ों की जमीन का कम मुआवजा देने की निंदा की। उन्होंने किसानों को आठ करोड़ रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की और कांग्रेस की ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
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जागरण संवाददाता, पलवल। पलवल में पलवल-अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 334 के चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहित जमीन के कम मुआवजे के विरोध में किसानों का धरना रविवार को 13वें दिन में प्रवेश कर गया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर रहीमपुर गांव में दिए जा रहे धरने को कांग्रेस जिला अध्यक्ष नेत्रपाल अधाना ने अपना समर्थन दिया।
नेत्रपाल अधाना ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार द्वारा दिया जा रहा किसानों के साथ सरासर अन्याय है। सरकार तानाशाही पर उतारू है। प्रभावित किसानों को आठ करोड़ रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जाए।
अधाना ने कहा कि करोड़ों की जमीन का सरकार केवल 45 लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे रही है। यह राशि ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है। भाजपा सरकार अपनी मर्जी से उनकी जमीन के दाम निर्धारित कर रही है। जो कि किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है।
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किसानों ने जिला स्तर के अधिकारियों से लेकर उच्च अधिकारियों तक अपनी मांग उठाई है, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। सरकार जबरन उनकी जमीन कोड़ियों के दाम खरीदना चाहती है। उन्होंने किसानों को विश्वास दिलाया कि कांग्रेस उनके साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ी है।
इस दौरान समाजसेवी महेश जाखड़, पृथ्वी सिंह, प्रेम नंबरदार, बबली जाखड़, मनोज कुमार, सुखबीर, दयाचंद, पहलाद आदि मौजूद रहे।

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