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    पलवल में स्कूल वाहनों पर कड़ी सख्ती, सुरक्षित वाहन नीति के तहत बसों-वैनों की धड़ाधड़ जांच

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 03:41 AM (IST)

    पलवल में स्कूल वाहनों के खिलाफ प्रशासन सख्त हो गया है। सुरक्षित वाहन नीति के तहत बसों और वैनों की गहन जांच की जा रही है। नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कदम स्कूल बसों और वैनों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

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    वाहनों की जांच करते हुए यातायात प्रभारी एवं अन्य अधिकारी।

    जागरण संवाददाता, पलवल। बच्चों की जान जोखिम में न पड़े, इसके लिए पलवल जिला पुलिस ने स्कूल सुरक्षित वाहन नीति के तहत अभियान शुरू किया है। यातायात प्रभारी जगबीर सिंह ने शिक्षा विभाग और आरटीए विभाग के साथ मिलकर जिले के विभिन्न स्कूलों में छापेमारी की और स्कूल बसों-वैनों की गहन जांच की।

    अभियान के दौरान कई बसों में गंभीर अनियमितताएं मिलीं। कुछ बसों में फर्स्ट-एड बाक्स गायब था, तो कुछ में फायर एक्सटिंग्विशर खराब या एक्सपायर मिला। कई चालकों के लाइसेंस व बैकग्राउंड वेरिफिकेशन भी अपडेट नहीं थे। टीम ने तुरंत मौके पर कमियां दूर करने के निर्देश दिए और स्कूल प्रबंधनों को सख्त चेतावनी दी कि निर्धारित समय में सभी मानक पूरे न किए गए तो भारी चालान और वाहन जब्ती जैसी कार्रवाई होगी।

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    बच्चों की सुरक्षा से समझौता नहीं

    जिला पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगलाने कहा कि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। स्कूल सुरक्षित वाहन नीति का सख्ती से पालन करवाना हमारी प्राथमिकता है। जो भी स्कूल संचालक या चालक लापरवाही बरतेगा, उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी।”

    जांच में मुख्य रूप से ये बिंदु देखे जा रहे हैं। जिनमें बस का फिटनेस सर्टिफिकेट, परमिट, इंश्योरेंस और प्रदूषण सर्टिफिकेट , ड्राइवर का वैध ड्राइविंग लाइसेंस व पुलिस वेरिफिकेशन, परिचालक की नियुक्ति और ट्रेनिंग, फर्स्ट-एड बाक्स, फायर एक्सटिंग्विशर, इमरजेंसी एग्जिट आदि शामिल हैं।

    स्कूलों को दिया अल्टीमेटम

    पुलिस ने सभी निजी व सरकारी स्कूलों को अल्टीमेटम दे दिया है कि एक सप्ताह के अंदर सभी वाहनों को स्कूल सुरक्षित वाहन नीति के पूरी तरह अनुरूप कर लिया जाए। इसके बाद फिर से सघन जांच होगी और गड़बड़ी मिलने पर सीधे चालान व वाहन जब्ती की कार्रवाई होगी।

    पुलिस ने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चे जिस बस से जाते हैं, उसकी नियमित जांच करें और कोई कमी दिखे तो तुरंत पुलिस या शिक्षा विभाग को सूचित करें।