दीपावली से पहले हरियाणा के 15 जिलों की आबोहवा बेहद खतरनाक, इस शहर में सांस लेना मुश्किल; अभी और बढ़ेगा प्रदूषण
हरियाणा के 15 जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बना हुआ है। बहादुरगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे अधिक दर्ज किया गया है। दीपावली पर आतिशबाजी के कारण प्रदूषण और बढ़ने की आशंका है, जिससे सांस और हृदय रोगियों को समस्या हो सकती है। सरकार ने ग्रीन पटाखों के अलावा अन्य पटाखों पर प्रतिबंध लगाया है।
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दीपावली से पहले हरियाणा के 15 जिलों की आबोहवा बेहद खतरनाक। फाइल फोटो
सुभाष चंद्र, हिसार। प्रदेश में 15 जिलों की आबोहवा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बनी हुई है। बहादुरगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) स्तर सबसे अधिक बना हुआ है। दीपावली से एक दिन पहले ही जिला बहादुरगढ़ 256 एक्यूआई के साथ प्रदेश का सबसे प्रदुषित शहर रहा।
रोहतक में भी प्रदूषण का स्तर 206 और सोनीपत व गुरुग्राम में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 190 से ऊपर रहा। इसके अलावा हिसार, जींद, पानीपत, कैथल, कुरूक्षेत्र जिलों में भी एक्यूआई 150 से ऊपर बना हुआ है। यह जिले भी प्रदुषित जिलों में शामिल है। दीपावली पर होने वाली आतिशबाजी के कारण प्रदेश में एक्यूआई का स्तर तीन से चार गुना बढ़ने की संभावना है।
सरकार की ओर से ग्रीन पटाखों को छोड़कर अन्य सभी तरह के पटाखों पर बैन लगा दिया है। हालांकि इसके बावजूद अन्य पटाखों की बिक्री भी हो रही है। जिससे दीपावली से अगले दिन हरियाणा एक गैस चैंबर के रूप में तब्दील हो सकता है। इससे सांस व हृदय संबंधी रोगियों को समस्या आ सकती है।
प्रदेश में एक्यूआई के आंकड़े
- अंबाला - 159
- बहादुरगढ़ - 256
- दारूहेड़ा - 168
- फतेहाबाद - 172
- हिसार - 160
- जींद - 186
- गुरुग्राम - 190
- सोनीपत - 196
- रोहतक - 206
- पानीपत -164
- कैथल - 179
- कुरूक्षेत्र - 177
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