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    राव नरेंद्र पर ACB की चार्जशीट से हरियाणा कांग्रेस में खलबली, रिश्वत के आरोपों के बीच आंदोलन की तैयारी?

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 05:14 PM (IST)

    हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष राव नरेंद्र के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा चार्जशीट दाखिल करने से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन पर सीएलयू के बदले रिश्वत मांगने का आरोप है, जिससे पार्टी में अंतर्कलह बढ़ गई है। जहां कुछ नेता इसे राजनीतिक साजिश बता रहे हैं, वहीं अन्य इस कार्रवाई से खुश हैं। पार्टी उनके समर्थन में आंदोलन की तैयारी कर रही है।

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    भूपेंद्र हुड्डा, सुरजेवाला, जितेंद्र भारद्वाज और निशिथ कटारिया प्रदेश अध्यक्ष के समर्थन में खड़े हुए (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा हरियाणा कांग्रेस के नव नियुक्त अध्यक्ष राव नरेंद्र के विरुद्ध भ्रष्टाचार के मामले में चार्जशीट दाखिल करने के बाद उनकी परेशानी बढ़ गई है। करीब 12 साल पुराने इस केस में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे राव नरेंद्र पर पलवल की करीब 30 एकड़ जमीन की सीएलयू (चेंज आफ लैंड यूज) के बदले में 30 से 50 करोड़ रुपये मांगने का आरोप है।

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    एंटी करप्शन ब्यूरो की गुरुग्राम टीम ने जांच पूरी करने के बाद 483 पन्नों की चार्जशीट राव नरेंद्र के विरुद्ध दायर की है। इनेलो ने यह स्टिंग आपरेशन किया था, जिसमें तत्कालीन पांच मंत्रियों-विधायकों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। एंटी करप्शन ब्यूरो के गुरुग्राम थाने में 29 जनवरी 2016 को राव नरेंद्र के विरुद्ध यह केस दायर किया गया था।

    कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद राव नरेंद्र जहां पूरे राज्य में पार्टी की मजबूती के लिए अभियान चलाने वाले थे, वहीं अब उन्हें स्वयं के विरुद्ध लगे आरोपों की सफाई देनी पड़ रही है। कांग्रेस में उन नेताओं को भी राव नरेंद्र को घेरने का मौका मिल गया है, जो उनके विरोधी हैं तथा उनकी सहमति के बिना राव नरेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है। कुछ कांग्रेस नेताओं ने राव नरेंद्र के विरुद्ध दायर चार्जशीट को राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया है, लेकिन भीतर ही भीतर वे इस कार्रवाई से खुश भी हैं।

    हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी बीके हरिप्रसाद और सह प्रभारी जितेंद्र बघेल व प्रफुल्ल गुडधे तीन नवंबर को विधायक दल की बैठक में चंडीगढ़ आ रहे हैं। इस बैठक में राव नरेंद्र भी शामिल होंगे, जिसमें उनके समर्थन में पार्टी आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर सकती है।

    राव नरेंद्र के विरुद्ध दायर चार्जशीट के बाद अब मौजूदा जिलाध्यक्षों को भी यह कहते हुए उनके दिशा निर्देश मानने में हिचक हो रही है, क्योंकि उनकी नियुक्तियां सीधे राहुल गांधी की स्वीकृति से हुई हैं। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष का जिलाध्यक्षों पर मजबूत असर पड़ेगा, इसकी संभावना बिल्कुल भी नजर नहीं आ रही है। राव नरेंद्र कई कांग्रेस दिग्गजों को पछाड़कर हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। चार्जशीट दाखिल होने के बाद इनेलो व भाजपा ने कांग्रेस की घेराबंदी बढ़ा दी है।

    हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को कहा कि राव नरेंद्र के विरुद्ध जो केस दर्ज हुआ है, वह राजनीतिक द्वेष की भावना के तहत हुआ है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। स्वयं राव नरेंद्र का कहना है कि यह पूरा मामला एक राजनीतिक षड्यंत्र के अतिरिक्त कुछ नहीं है।

    जो केस पिछले 12 वर्षों से निष्क्रिय पड़ा था, उसे अब अचानक सक्रिय किया जाना, भाजपा की बौखलाहट और प्रतिशोध की राजनीति को दर्शाता है। बिना किसी नोटिस की यह कार्यवाही भाजपा की घबराहट और कांग्रेस संगठन की बढ़ती मज़बूती से उपजे भय का परिणाम है।

    हरियाणा कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान जितेंद्र भारद्वाज ने कहा कि पिछले 25 दिनों में कांग्रेस संगठन ने जिस सशक्त और अनुशासित कार्यशैली का परिचय दिया है, उससे भाजपा सरकार स्पष्ट रूप से विचलित है। हमें न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है और हम उसी निडरता व प्रतिबद्धता के साथ जनता और संगठन की मज़बूती के लिए कार्यरत रहेंगे।

    जितेंद्र ने कहा कि 25 दिन में भाजपा सरकार का ‘बेबुनियाद झूठ का पुलिंदा’ अब सच बन गया, जो 12 साल से “तहक़ीक़ात के कूड़ेदान” में पड़ा था। हरियाणा युवक कांग्रेस के अध्यक्ष निशिथ कटारिया का कहना है कि कांग्रेस पार्टी और प्रदेश अध्यक्ष इन गीदड़ भभकियों से डरने वाले नहीं हैं। हरियाणा की जनता की लड़ाई हम मिल कर निडरता से लड़ेंगे।

    कांग्रेस महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, परंतु उसे दबाया नहीं जा सकता। हर समय कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं की आवाज को दबाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर सरकार यह सोचे कि वह कांग्रेस की आवाज को दबा लेगी, तो यह उसकी भूल है।

    कांग्रेस नेताओं की इस प्रतिक्रिया पर हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि राव नरेंद्र के विरुद्ध पुराना केस था। यह एक कानूनी प्रक्रिया है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस केस की जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। सिर्फ इतनी ही बात है। इससे अधिक इसमें कुछ भी नहीं है। कांग्रेस नेताओं को ऐसा नहीं लगना चाहिए, जैसा उन्हें महसूस हो रहा है।