हरियाणा बाढ़ संकट: 1932 गांव डूबे, सरकार ने की जल्द मुआवजा देने की घोषणा
हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ से हालात गंभीर हैं। राजस्व मंत्री विपुल गोयल जिला उपायुक्तों से रिपोर्ट ले रहे हैं। राज्य के 11 जिलों के 1932 गांव जलमग्न हैं जिससे लोगों का संपर्क टूट गया है। जलभराव के चलते 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और पौने पांच लाख एकड़ फसल खराब हो गई है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के एक दर्जन जिलों में बाढ़ के हालात से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जहां अधिकारियों से हर जिले की रिपोर्ट प्राप्त कर रहे हैं, वहीं शहरी निकाय एवं राजस्व व आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल द्वारा सभी जिला उपायुक्तों से रिपोर्ट प्राप्त की जा रही है।
राज्य के 11 जिलों के 1932 गांवों में फिलहाल भारी जलभराव की स्थिति बनी हुई है। लोगों का संपर्क आपस में कटा हुआ है और पानी की निकासी के समस्त सरकारी प्रयास कम पड़ रहे हैं। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने अधिकारियों से कहा कि किसी भी जिले, शहर और गांव में जल निकासी के प्रयासों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हरियाणा में जलभराव के चलते अभी तक 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के पास जो रिपोर्ट जिला उपायुक्तों के पास से आई है, उसमें इन मौतों के अलग-अलग कारण बताए गए हैं। राज्य में करीब पौने पांच लाख एकड़ फसल खराब होने की सूचना है।
राज्य सरकार ने फसलों के नुकसान की जानकारी देने के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला हुआ है, जिस पर 15 सितंबर तक नुकसान की रिपोर्ट दी जा सकेगी। हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल का कहना है कि 15 सितंबर तक समस्त नुकसान की रिपोर्ट आने के बाद उसका आकलन चालू होगा, जिसके तुरंत बाद मुआवजा वितरण का काम चालू हो जाएगा।
प्रदेश में जलभराव के चलते आठ से 10 सितंबर तक पानीपत, फरीदाबाद व फतेहाबाद में होने वाली खेल प्रतियोगिताएं स्थगित कर दी गई हैं। इन खेल प्रतियोगिताओं की नई तारीख बाद में घोषित होगी। इन जिलों में खेल के मैदान प्रतियोगिताओं के आयोजन के लायक नहीं रहे हैं। हिसार व सिरसा में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, जबकि पंचकूला में स्कूल व कालेज दोनों बंद किए जा चुके हैं।
घग्गर, यमुना, टांगरी, मारकंडा, पाथरी और सोम नदियों के अभी भी उफान पर होने की खबर है। हरियाणा के राजस्व मंत्री विपुल गोयल ने दावा किया कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य की ओर अग्रसर हो रही है।
कहीं भी ऐसी स्थिति नहीं है, जो कि सामान्य की ओर अग्रसर नहीं है। प्रदेश सरकार की पूरी स्थिति पर निगाह है और व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने के साथ ही लोगों के दिलों से भय निकालने के काम में सरकार जुटी है।
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