हरियाणा की झांकी ने अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव गोवा में बिखेरा जलवा, गांव की कहानियों को विश्व मंच पर लाने का संदेश
गोवा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हरियाणा की झांकी ने 'नान स्टाप फिल्मी हरियाणा' थीम के साथ धूम मचाई। झांकी ने राज्य की सांस्कृतिक विरासत, सिनेमा और खूबसूरत लोकेशन्स को दर्शाया, जिससे दर्शक मोहित हो गए। हरियाणा की फिल्म नीति और राज्य की रचनात्मक शक्ति को भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें गांव की कहानियों को विश्व मंच पर लाने का संदेश दिया गया।

हरियाणा की झांकी ने गोवा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में बिखेरा जलवा। फोटो एक्स
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा ने गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव आफ इंडिया (आइएफएफआइ) की उद्घाटन परेड में अपनी पहली शानदार झांकी प्रस्तुत की। नान स्टाप फिल्मी हरियाणा की थीम पर आधारित झांकी ने देश-विदेश से आए प्रतिनिधियों, फिल्म निर्माताओं और दर्शकों का विशेष ध्यान आकर्षित किया।
झांकी में राज्य की सांस्कृतिक विरासत, सिनेमा में हरियाणा, लोकेशन्स को कलात्मक तरीके से प्रस्तुत किया गया। हरियाणा की झांकी को लेकर देशी-विदेशी पर्यटक काफी आकर्षित नजर आए।
सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं कला संस्कृति विभाग के महानिदेशक केएम मकरंद पांडुरंग के दिशा निर्देशन में तैयार झांकी में दर्शाया गया कि हरियाणा ऐसा प्रदेश है जहां कहानियां मिट्टी में अंकुरित होती हैं और कला फसलों की खुशबू में अपना सौंदर्य संवारती है।
फिल्म-कैमरे के अद्भुत रूप में सजी झांकी हरियाणा की रचनात्मक शक्ति के प्रतीक के रूप में संस्कृति, अपने लोगों और अपनी आवाज को दुनिया के सामने नए अंदाज में प्रस्तुत करती नजर आई। कैमरे से निकलती सुनहरी किरणें राज्य की रचनात्मक चेतना, ऊर्जा और उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक बनीं।
डिजिटल स्क्रीन पर उभरती झलकियों में हरियाणा की विरासत, पर्यटन, लोक-संस्कृति, थिएटर-कला और फिल्मांकन स्थलों की अनोखी दुनिया एक ही परदे पर जीवंत दिखाई दी।
झांकी में हरियाणा की फिल्म नीति का प्रभावी संदेश भी प्रदर्शित किया गया। इसमें दिखाया गया कि किस तरह गांव की चौपालों से निकली कहानियां आज विश्व के बड़े परदों तक पहुंच रही हैं। नीचे लहलहाते सरसों के सुनहरे खेत हरियाणा की समृद्ध परंपरा और इस मिट्टी में जन्म लेने वाली कहानियों की अनंत यात्रा के प्रतिबिंब की कहानी कहते नजर आए।
आइएफएफआइ ने इस वर्ष पारंपरिक उद्घाटन समारोह की जगह एक आकर्षक और भव्य सड़क परेड का आयोजन किया है जिसने दर्शकों को भारतीय संस्कृति और सिनेमा के रंगों से सराबोर एक अनोखा “चलित उत्सव” प्रदान किया। 20 से 28 नवंबर तक आयोजित होने वाले नौ-दिवसीय प्रतिष्ठित महोत्सव में फिल्म-बाजार सहित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है।

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