आईपीएस पूरन के शव का सातवें दिन भी पोस्टमार्टम नहीं, आईएएस अमनीत को मनाने का हर प्रयास विफल, तेलंगाना के डिप्टी सीएम पहुंचे सांत्वना देने
आईपीएस पूरन कुमार के शव का सातवें दिन भी पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। उनकी पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत कुमार को मनाने के सभी प्रयास विफल रहे हैं। तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री ने परिवार को सांत्वना दी। परिवार और प्रशासन के बीच बातचीत जारी है, लेकिन अमनीत कुमार पोस्टमार्टम के लिए राजी नहीं हैं।

चंडीगढ़ में अमनीत पी कुमार के सेक्टर 24 स्थित आवास पर पहुंचने तेलंगना के डिप्टी सीएम मल्लू भट्टी एवं झारखंड कांग्रेस के इंचार्ज के राजू।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हरियाणा काडर के सीनियर आईपीएस वाई पूरन कुमार के आत्महत्या करने के सात दिन बाद भी उनके शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। उनकी आईएएस अफसर पत्नी अमनीत पी कुमार और अमनीत के भाई विधायक अमित रतन हरियाणा के डीजीपी समेत आरोपित की गिरफ्तारी पर अड़े हैं। उनको मनाने के चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा सरकार के सारे प्रयास फेल हो रहे हैं।
दूसरी तरफ यह एक राष्ट्रीय राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। आईपीएस के परिवार को सात्वंना देने वालों का तांता लगा है, जिनमें राजनीतिक दलों के लोग ज्यादा हैं। सोमवार को तेलंगाना के डिप्टी सीएम मल्लू भट्टी एवं झारखंड कांग्रेस के इंचार्ज के राजू चंडीगढ़ में सेक्टर-24 स्थित आवास पर आईएएस अमनीत से मिलने पहुंचे। उनसे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला भी पहुंचे। इससे पहले हर पार्टी से कोई न कोई नेता आईपीएस पूरन कुमार के परिवार से मिलने पहुंच चुका है।
7 अक्टूबर को आईपीएस ने चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। तब उनकी पत्नी आईएएस अफसर अमनीत पी कुमार हरियाणा सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ जापान के दौरे पर थी। वे तुरंत फ्लाइट से वापस लौटी थी। वहीं, सुसाइड नोट में पूरन कुमार ने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत 15 अफसरों के नाम लिखे थे, जिनपर प्रताड़ना के आरोप हैं।
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