पंजाब के पूर्व DGP के बेटे की मौत में नया ट्विस्ट, वीडियो में परिजनों की तारीफ करता दिखा अकील
पंजाब में पूर्व डीजीपी के बेटे अकील की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। पहले अक पर हत्या का आरोप था, लेकिन एक नए वीडियो के सामने आने से कहानी बदल गई है। वीडियो में अक घटना स्थल पर मौजूद नहीं है, जिससे अक की भूमिका संदिग्ध हो गई है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

अकील का नया वीडियो वायरल (फाइल फोटो)
राजेश मलकानिया, पंचकूला। पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर का एक और वीडियो सामने आया है। करीब तीन मिनट की इस वायरल वीडियो में अकील अपने परिवार को क्लीन चिट देते हुए नजर आ रहा है। वीडियो में अकील कहता है कि उसने पहले जो भी आरोप अपने परिवार के सदस्यों के खिलाफ लगाए थे, वे सभी निराधार थे और उसने ये बातें अपनी तबीयत खराब होने के दौरान कही थीं।
वीडियो में अकील यह भी कह रहा है कि उसके परिवार ने हमेशा उसका ध्यान रखा और उसका अच्छे से ख्याल रखा। उसने अपनी बहन की तारीफ करते हुए कहा कि वह उसकी बहुत देखभाल करती है। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है। फिलहाल, पंचकूला पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
देखें वीडियो
पहले वीडियो में लगाए थे ये आरोप
अकील के पहले वीडियो में, जो उसने 27 अगस्त को रिकॉर्ड किया था। उसने उसमें कहा था कि उसके परिवार के लोग उसकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। वीडियो में उसने पिता और पत्नी के बीच अवैध संबंधों का भी खुलासा किया था।
इसके बाद पंचकूला पुलिस ने पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी तथा राज्य की पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना सहित चार लोगों पर हरियाणा पुलिस ने उनके बेटे की मौत के सिलसिले में मामला दर्ज कर लि.ा
डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने इस बाबत कहा कि मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की मौत के कुछ दिनों बाद एक शिकायत मिली थी। शिकायत में अकील के सोशल मीडिया पोस्ट का जिक्र था, जिससे उसके परिवार पर शक पैदा हुआ।
नई वायरल वीडियो पर शिकायतकर्ता ने उठाए सवाल
पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की मौत के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद शिकायतकर्ता शमसुद्दीन चौधरी ने सामने आई तीन मिनट की नई वायरल वीडियो पर सवाल उठाए हैं।
शमसुद्दीन ने कहा कि यदि अक़ील ने पहली वीडियो 3 अक्टूबर को रिकॉर्ड की थी और यह दूसरी वीडियो 8 अक्टूबर को बनाई थी, तो उसे उसी समय जारी क्यों नहीं किया गया। उन्होंने आशंका जताई कि यह वीडियो अकील के पास नहीं थी, यदि होती तो वह खुद इसे जारी कर देता।
शमसुद्दीन ने यह भी कहा कि वीडियो में केवल एक बार अकील अख्तप का चेहरा दिखता है, बाद में नहीं। उनका आरोप है कि अकील की मौत और मेरी प्रेस कांफ्रेंस के बाद यह वीडियो माहौल प्रभावित करने के लिए जारी की गई है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद शमसुद्दीन चौधरी मंगलवार को जांच में शामिल होने के लिए पंचकूला के मनसा देवी थाना पहुंचे। गौरतलब है कि उन्होंने ही इस मामले में पंचकूला पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर जांच की मांग की थी।
16 अक्टूबर को हुई थी मौत
गौरतलब है कि 16 अक्तूबर की देर रात अकील अख्तर की पंचकूला स्थित आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। परिवार ने इसे दवाइयों की ओवरडोज से हुई मौत बताया था।
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