Guru Tegh Bahadur Jayanti 2022 : गुरु तेग बहादुर के प्रकाशोत्सव पर रचा इतिहास, सीएम ने कीं ये बड़ी घोषणाएं
पानीपत में गुरु तेग बहादुर के प्रकाशोत्सव पर सीएम ने कई घोषणांए की। सीएम ने कहा कि गुरु के त्याग बलिदान और संघर्ष की गाथा जन-जन तक पहुंचाएगी सरकार। वहीं सीएम ने कहा कि यमुनानगर में बनने वाले मेडिकल कालेज का नाम गुरु तेग बहादुर के नाम से होगा।

पानीपत, जागरण संवाददाता। ऐतिहासिक शहर पानीपत में रविवार को गुरु तेग बहादुर के 401वें प्रकाश उत्सव पर इतिहास रचा गया। समागम स्थल का नजारा महाकुंभ सा नजर आया। चारों तरफ संगत ही संगत नजर आई।
संगत को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर ने अत्याचार और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हुए बलिदान दिया था। आज उनके 401वें प्रकाश पर्व को आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत मनाया जा रहा है। इस समागम का मुख्य मकसद भी यही है कि श्री गुरु तेग बहादुर के त्याग, बलिदान और संघर्ष की गाथा जन-जन तक पहुंचे और हमारी आने वाली पीढिय़ां उनसे प्रेरणा लें।
प्रदेश स्तर पर आयोजित इस कार्यक्रम में साध संगत को देखकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने समागम स्थल हुडा सेक्टर 13-17 का नाम गुरु तेग बहादुर पर रखने की घोषणा की। साथ ही जिस रास्ते से गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी समागम स्थल तक आई, उस रास्ते का नामकरण भी गुरु तेग बहादुर मार्ग रखने का एलान किया। इसके साथ उन्होंने कहा कि यमुनानगर में बनने जा रहे सरकारी मेडिकल कालेज का नाम भी श्री गुरु तेग बहादुर के नाम पर रखा जाएगा। जल्द ही कालेज का शिलान्यास होगा।
मुख्यमंत्री ने एक अन्य घोषणा करते हुए कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने मुगलों के खिलाफ लड़ते वक्त जिन शस्त्रों का प्रयोग किया, उनकी प्रदर्शनी देशभर में लगाई जाएगी। उन्होंने फैसला किया है कि इन शस्त्रों को लेकर जाने वाला वाहन हरियाणा सरकार भेंट देगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मुख्य पंडाल में पहुंचकर सबसे पहले गुरु ग्रंथ साहिब के सामने शीश नवाया। इसके बाद समागम स्थल पर पहुंची लाखों की संगत का हाथ जोड़कर अभिवादन किया।
गुरु के शीश को औरंगजेब से बचाने के लिए सोनीपत के किसान ने कटवा दिया था अपना सिर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का हरियाणा से गहरा नाता रहा है। उन्होंने हरियाणा व पंजाब से होकर छह यात्राएं की। गुरु साहिब ने हरियाणा के 32 गुरुद्वारों में अपने चरण रखे। गुरु जी धमतान साहिब, मंजी साहिब, गढ़ी साहिब, कराह साहिब आदि स्थानों पर पहुंचे। गुरु साहिब के शीश की अंतिम यात्रा भी हरियाणा से होकर निकली। उनके शीश के पीछे औरंगजेब की सेना लगी थी। गुरु जी के चेहरे से मिलते-जुलते सोनीपत के बडख़ालसा गांव के किसान खुशहाल सिंह ने अपना शीश कटवा दिया, जिसे लेकर औरंगजेब की सेना दिल्ली चली गई और गुरु साहिब का शीश पंजाब ले जाया जा सका।
प्रदेश सरकार मना रही सभी संत-महापुरुषों की जयंती
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम सभी संत व महापुरुषों की जयंती व प्रकाश पर्व मना रहे हैं। इनसे समाज उनके गुणों को धारण करता है और उनमें त्याग, समर्पण और गुरुवाणी का भाव पैदा होता है। कार्यक्रम में संतों के साथ-साथ विभिन्न पार्टियों के नेता भी मौजूद रहे। सुबह पांच बजे से ही आने वालों का तांता लग गया था। शाम तक लोग आते रहे। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी संबोधित किया।
सांसद संजय भाटिया ने प्रधानमंत्री का लिखित संदेश पढ़ कर सुनाया
इस मौके पर सांसद संजय भाटिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लिखित संदेश भी पढ़ कर सुनाया। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में लिखा कि श्री गुरु तेग बहादुर के 401 वें प्रकाश पर्व पर पानीपत में राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन करने पर हरियाणा सरकार को बधाई व शुभकामनाएं। श्री गुरु तेग बहादुर जी ने हमें गुरु सेवा और जीव सेवा का मार्ग दिखाया और सामाजिक समरसता का संदेश भी दिया। आज हमारा देश पूरी निष्ठा के साथ गुरुओं द्वारा दिखाए गए मार्ग और उनके आदर्शों पर आगे बढ़ रहा है।

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