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    पासपोर्ट फर्जीवाड़ा मामले में सामने आया पश्चिम बंगाल और केरल का कनेक्शन, जानें अब तक क्या-क्या हुआ

    By Rajesh KumarEdited By:
    Updated: Fri, 11 Feb 2022 07:38 PM (IST)

    पासपोर्ट फर्जीवाड़ा मामले में पश्चिम बंगाल और केरल का कनेक्शन सामने आया है। पश्चिमी बंगाल के मयंक नंदी ने बनवाया था केरल के अब्दुल बहाव का फर्जी पासपो ...और पढ़ें

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    पासपोर्ट फर्जीवाड़ा मामले में पश्चिम बंगाल और केरल कनेक्शन।

    करनाल, जागरण संवाददाता। लगातार चर्चा में बने पासपोर्ट फर्जीवाड़े की जांच का पुलिस ने दायरा बढ़ाया तो इसकी आंच अब पश्चिमी बंगाल तक भी पहुंच गई है। इसके तहत आरोपित मयंक नंदी वासी बी-58 एमएन सहा रोड दमदम कोलकाता, पश्चिम बंगाल को डिटेक्टिव स्टाफ टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।

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    इस बीच प्रांरभिक जांच में पता चला है कि आरोपित मयंक ने पहले से ही गिरफ्तार किए जा चुके केरल वासी नसीर अब्दुल बहाव का फर्जी पासपोर्ट करनाल के बसंत विहार में रहने वाले आरोपित अमित खटकड़ व दिल्ली वासी महेश नारंग से मिलीभगत करके कोलकाता स्थित पासपोर्ट कार्यालय से ही बनवाया था। आरोपित मयंक नंदी को शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से उसे रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जाएगी। इस दौरान उससे और भी राज खुलने की संभावना जताई जा रही है।

    इनका नाम भी आया सामने

    बता दें कि डिटेक्टिव स्टाफ टीम ने फर्जीवाड़ा सामने आते ही गिरफ्तार किए गए आरोपित केरल वासी अब्दुल बहाव से पूछताछ की थी, जिस दौरान उसका पासपोर्ट बनवाने में कोलकाता वासी मयंक नंदी का नाम सामने आया था। तभी से ही टीम उसकी तलाश में थी और कोलकाता में छापेमारी कर रही थी। वहीं आरोपित अमित खटकड़ व महेश नारंग पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं और फिलहाल वे जेल में हैं।

    इन राज्यों में की छापेमारी

    इससे पहले पुलिस की टीमें हरियाणा के विभिन्न जिलों के अलावा पंजाब, दिल्ली व हिमाचल प्रदेश में छापेमारी करती रही हैं तो वहीं अब इस फर्जीवाड़े के तार पश्चिमी बंगाल से भी जुड़ गए हैं। आरोपित मयंक नंदी सहित 24 आरोपितों को पुलिस की टीमें गिरफ्तार कर चुकी है। उधर पुलिस अधीक्षक गंगा राम पूनिया का कहना है कि पासपोर्ट से जुड़े 21 मामलों को लेकर सेक्टर 32-33 थाने में सात एफआइआर दर्ज की गई है। सीआइए की तीनों इकाई हर मामले की गहनता से जांच कर रही है। यह पुलिस द्वारा की जा रही गहन जांच व तत्काल कार्रवाई का ही परिणाम है कि दूसरे राज्यों के आरोपित को भी गिरफ्त में लिया जा रहा है।