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    पासपोर्ट फर्जीवाड़ा: कई बड़े मामलों का खुलासा, पुलिस दिल्ली, पंजाब के विभिन्न शहरों में कर रही छापेमारी

    By Rajesh KumarEdited By:
    Updated: Fri, 11 Feb 2022 03:54 PM (IST)

    पासपोर्ट फर्जीवाड़ा महेशन नारंग ने बनाया था अनपढ़ जोरा सिंह का भिवानी बोर्ड से 10वीं पास का फर्जी प्रमाण पत्र अमित ने बनवाया करनाल का रिहायशी। सीआइए ट ...और पढ़ें

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    पासपोर्ट फर्जीवाड़ा मामला में पुलिस विभिन्न शहरों में कर रही छापेमारी।

    करनाल, जागरण संवाददाता। पासपोर्ट फर्जीवाड़े को हर आरोपित ने बेहद चालाकी  से अंजाम दिया था, जिसके राज अब पुलिस द्वारा की जा रही जांच में खुल रहे हैं। पंजाब व अन्य जगहों में रहने वाले लोगों को करनाल वासी बना दिया तो वहीं किसी अनपढ़ को 10वीं तो किसी को 12वीं पास दिखा दिया गया। पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला है कि  पटियाला के रहने वाले एवं एनडीपीएस के चार मामलों के आरोपित जोरा सिंह पूरी तरह से अनपढ़ है, लेकिन उसका पासपोर्ट सुभाष नगर, दिल्ली के रहने वाले महेश नारंग ने पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अपर बराड़ी, शिमला वासी श्याम वालिया के कहने पर बनाया था।

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    इससे पहले उसका हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का 10वीं पास का फर्जी प्रमाण पत्र व करनाल के पते का आधार कार्ड बनाया था। इसमें अहम सहयोग बसंत विहार में रहने वाले नगूरा जिला जींद वासी अमित खटकड़ का रहा, जिसमें उसे करनाल का रिहायशी दिखाया। इसी तर्ज पर दूसरे अपराधिक लोगों के भी दस्तावेज तैयार किए गए, जिन्हें आधार बनाते हुए फर्जी पासपोर्ट भी बनवा दिए गए। रिमांड पर चल रहे आरोपित शिमला वासी श्याम वालिया व उसके साथी लक्ष्मण विहार फेस टू गुरुग्राम वासी सुधीर कुमार को रिमांड खत्म होने पर वीरवार को फिर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

    रिमांड के दौरान उनसे तैयार किए गए फर्जी दस्तावेज के अलावा सांठगांठ में ली गई कुछ राशि भी बरामद की है। उधर डिटेक्टिव स्टाफ टीम द्वारा आरोपित रुपिंद्र सिंह, गुरदयान व रोहन शर्मा उर्फ रोहित अरोड़ा को जेल भेज दिया है तो वहीं रोहन से बरामद किए गए लैपटाप को भी खंगाला जा रहा है। हालांकि इसमें क्या मिला, यह अभी पुलिस बताने को तैयार नहीं, लेकिन माना जा रहा है कि इसमें कई अन्य लोगों के भी फर्जी दस्तावेज मिले हैं।

    हर एफआइआर में तीन-तीन मामले

     21 अपराधिक लोगों के पासपोर्ट बनाए जाने के मामले सामने आने के बाद सेक्टर 32-33 थाने में ही सात एफआइआर दर्ज की गई, जिसमें तीन-तीन पासपोर्ट से संबंधित मामलों को शामिल किया गया है। ये सभी मामले सीआइए वन, टू व डिटेक्टिव स्टाफ को जांच के लिए सौंपे गए है, जिसमें अभी तक 23 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हालांकि तीनों सीआइए की टीमें वीरवार को भी पंजाब के गुरदासपुर, पटियाला सहित अन्य शहरों के अलावा दिल्ली व हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी करती रही, लेकिन कोई आरोपित गिरफ्त में नहीं आया।

    पासपोर्ट वैरिफिकेशन की प्रक्रिया जारी, आम लोगों में बना संशय

    पासपोर्ट फर्जीवाड़ा खुलने के बाद जहां पुलिस गहनता से जांच में जुटी है तो वहीं अब पासपोर्ट वैरिफिकेशन को लेकर कुछ बदलाव भी किए गए हैं। हालांकि नए पासपोर्ट बनवाए जाने व इनकी वैरिफिकेशन को लेकर आम लोगों में संशय बना हुआ है, लेकिन पुलिस की ओर से यह सामान्य कार्रवाई लगातार जारी है।

    किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा : एसपी

    एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि पासपोर्ट फर्जीवाड़े की जांच सही दिशा में चल रही है। गहनता के साथ जांच करते हुए अब तक 23 आरोपित पकड़े जा चुके हैं। बाकि किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा।