रेवाड़ी बस स्टैंड पर एडवांस बुकिंग बंद होने से यात्री परेशान, कब शुरू होगी सुविधा?
रेवाड़ी बस स्टैंड पर पिछले दो साल से एडवांस बुकिंग काउंटर बंद हैं जिससे यात्रियों विशेषकर महिलाओं और बुजुर्गों को परेशानी हो रही है। काउंटर बंद होने से बसों में सीट मिलने में दिक्कत हो रही है और धक्का-मुक्की की स्थिति बन रही है। रोडवेज प्रबंधन का कहना है कि कर्मचारियों की कमी के कारण यह समस्या है लेकिन जल्द ही अग्रिम बुकिंग शुरू कर दी जाएगी।

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। स्थानीय बस स्टैंड परिसर में यात्रियों की सुविधा के लिए बनाए गए एडवांस बुकिंग काउंटर पिछले दो साल से बंद पड़े हैं। एडवांस बुकिंग न होने से यात्रियों, खासकर बुजुर्गों व महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है।
वहीं, युवा खाली काउंटरों पर बैठकर मोबाइल पर गेम खेल रहे हैं। काउंटर पर एडवांस बुकिंग की सुविधा बंद होने से महिलाओं व बुजुर्गों को बस में बैठने के लिए सीट नहीं मिलती। बस बूथ पर आते ही यात्री उसमें चढ़ने के लिए दौड़ पड़ते हैं। इस दौरान धक्का-मुक्की भी होती है। कई बार भीड़ के कारण यात्रियों की जेब भी कट जाती है।
बसों में सीट न मिलने के कारण बुजुर्ग व महिलाएं निजी वाहनों में सफर कर रहे हैं, जिससे रोडवेज के राजस्व को नुकसान हो रहा है। दो साल से बंद एडवांस बुकिंग को शुरू करने के लिए रोडवेज प्रबंधन की ओर से कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। रेवाड़ी बस स्टैंड पर एडवांस बुकिंग के लिए छह काउंटर बनाए गए हैं।
कंडक्टर रूटों की बजाय शाखाओं में कर रहे हैं ड्यूटी
वर्तमान में रेवाड़ी डिपो में 143 बसें हैं, जिनके लिए 1.73 के अनुपात में 248 ड्राइवर और इतने ही कंडक्टरों की आवश्यकता है। जबकि डिपो में 206 कंडक्टर और 177 ड्राइवर हैं, जिनमें से 40 कंडक्टर डिपो में अन्य स्थानों पर ड्यूटी कर रहे हैं।
यदि बूथों पर कंडक्टरों की ड्यूटी लगाई जाए, तो न केवल यात्रियों, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों को सीटें मिलने से राहत मिलेगी, बल्कि रोडवेज को भी काफी फायदा होगा। रेवाड़ी डिपो में बसों का बेड़ा 177 निर्धारित है, लेकिन वर्तमान में केवल 143 बसें ही उपलब्ध हैं। यदि नई बसें आती हैं, तो समस्या और बढ़ जाएगी।
मामला मेरी जानकारी में है और कर्मचारियों की कमी के कारण थोड़ी समस्या आ रही है। फिर भी, हम अगले सप्ताह से लंबे रूटों के लिए काउंटर पर अग्रिम बुकिंग शुरू कर देंगे।
- निरंजन कुमार, महाप्रबंधक रोडवेज
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