रेवाड़ी में मुआवजा मांग रहे किसानों की फसलें नहर टूटने से बर्बाद, पांच गांवों की सरसों-गेहूं की फसल तबाह
रेवाड़ी में नहर टूटने से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। इस घटना में पांच गांवों के किसानों की सरसों और गेहूं की फसल तबाह हो गई है। किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं ताकि उन्हें इस नुकसान से कुछ राहत मिल सके।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण बेरली-लाधूवास माइनर (जवाहर लाल नेहरू) गांव नांगल मूंदी के समीप टूटने से पांच से अधिक गांवों के किसानों की 20 एकड़ से अधिक भूमि में खड़ी सरसों व गेहूं की फसल बर्बाद हो गई।
सूचना के बाद मौके पर पहुंचें कर्मचारी नहर को ठीक करने में जुट गए है। गुस्साएं किसानों ने सिंचाई विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए मुआवजा दिलाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार बुधवार रात को गांव नांगल मूंदी के पास बेरली-लाधूवास माइनर में सिंचाई विभाग पानी छोड़ा गया था। अधिक पानी छोडे जाने के कारण नहर टूट गई, जिससे किसान उजाला, विनोद, शुभराम, श्रीचंद, शारदा देवी,भीखाराम, सत्यनारायण, शिवलाल, करणसिंह, हेमू पंच व हंसराम सहित अन्य किसानों के खेताें में जलभराव हो गया, जिससे फसलों को नुकसान हुआ है।
इनमें से कुछ किसानों ने सरसों की फसल बोई हुई थी जो पानी की वजह से डूब गई। कुछ किसान गेहूं की फसल बिजाई की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब नहरी पानी की वजह से फसल बिजाई विलंब हो गई।
किसानों ने जिला प्रशासन व कोसली विधायक अनिल कुमार से नुकसान की भरपाई की मांग की है। वहीं एसडीओ प्रवीन कुमार का कहना है कि माइनर की ऊंचाई अधिक है और चूहे के बिल बने हुए थे। इस कारण माइनर में पानी का रिसाव होने से नहर टूट गई थी। नहर को ठीक कराया जा रहा है।

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