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    सिरसा: हनीट्रैप में गिरफ्तार कंचन को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे, मौसेरे भाई पर कराया था दुष्कर्म का केस

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 11:15 PM (IST)

    कंचन हनीट्रैप मामले में गिरोह का दूसरा साथी रमन अभी भी फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। रमन ही गिरोह के लिए लड़कियों की सप्लाई ...और पढ़ें

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    हनीट्रैप में गिरफ्तार कंचन को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे। सांकेतिक फोटो

    जागरण संवाददाता, सिरसा। हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार गिरोह की मुख्य सरगना कंचन उर्फ वीरपाल को लेकर उसके भाई रोहताश ने पुलिस व मीडिया के समक्ष कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। नेजाडेला कलां निवासी रोहताश के अनुसार कंचन इंस्टाग्राम पर कई फर्जी पेज बनाकर पुरुषों को जाल में फंसाती थी।

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    इसके अलावा वह नकली शादियां करवाने का गिरोह भी चला रही थी। कंचन द्वारा रखी गई लड़कियां शादी के कुछ समय बाद ही नकदी व सामान लेकर वापस कंचन के पास लौट आती थीं।

    रोहताश का दावा है कि इस पूरे खेल में उनकी मां भी कंचन का साथ देती थी। रोहताश ने पुलिस को यह भी बताया है कि उनके घर पर कंचन की मां के पास उसकी कई डायरियां रखी हुई हैं, जिनमें कई लोगों के नाम और नंबर दर्ज हैं।

    फिलहाल पुलिस का कहना है कि रोहताश द्वारा लगाए गए आरोपों की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है, हालांकि उसकी जानकारी को जांच का हिस्सा जरूर बनाया गया है।

    अपने ही मौसेरे भाई पर दर्ज करवाया था झूठा दुष्कर्म केस

    पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपिता कंचन रानी मूल रूप से नेजाडेला कलां की रहने वाली, तलाकशुदा और एक बच्चे की मां है। शादी के दौरान बिचौलिया बने अपने मौसेरे भाई अशोक कुमार से रुपये को लेकर हुए विवाद के बाद कंचन ने उसके खिलाफ झूठा दुष्कर्म मामला दर्ज करवा दिया था।

    हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया। पहले पति के खिलाफ की गई शिकायत के दौरान कंचन की कुछ महिलाओं और पुलिसकर्मियों से पहचान हुई और इसी के बाद उसने संगठित गिरोह बनाकर हनीट्रैप के जरिए लोगों को फंसाने का धंधा शुरू कर दिया।

    धानमंडी के एक कारोबारी को फंसाने के मामले में सदर थाना के एसआई जगदीश चंद और नायब रीडर विजय भी आरोपित पाए गए थे। मामले के सामने आते ही दोनों पुलिसकर्मियों पर तुरंत कार्रवाई की गई थी।

    गैंग का दूसरा साथी रमन अब भी फरार

    गिरोह में शामिल दूसरा सदस्य रमन अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। रमन ही गिरोह के लिए लड़कियों की सप्लाई करता था, जिन्हें कंचन हनीट्रैप की योजनाओं में इस्तेमाल करती थी।

    आढ़ती को फंसाने वाली पंजाब निवासी युवती को भी रमन ने ही कंचन से मिलवाया था। जानकारी के अनुसार रमन, कंचन के पड़ोस में ही रहता था और वहीं से दोनों की जान-पहचान बढ़ी।

    कंचन के भाई ने लगाए गंभीर आरोप

    रोहताश ने बताया कि वर्ष 2018 में भट्टू से ट्रक लेकर लौटने पर उसके दो लाख रुपये कंचन ने चुरा लिएथे। शिकायत करने पर कंचन ने पुलिसकर्मियों से मिलीभगत कर उसके खिलाफ ही केस दर्ज करवा दिया। उसका कहना है कि कंचन लगातार नाम बदलकर अलग-अलग लोगों को ठग चुकी है।