कम नहीं हो रही किसानों की मुश्किलें, आधी रात को फिर टूटा घग्गर का बांध
सिरसा में घग्गर नदी का बांध पनिहारी और बुर्जकर्मगढ़ के बीच फिर से टूट गया जिससे ग्रामीणों की मेहनत बेकार हो गई। लगातार तीसरे दिन बांधने के प्रयास जारी हैं लेकिन पानी का तेज बहाव बाधा बन रहा है। जलस्तर में कमी आई है पर 6 हजार एकड़ में जलभराव हो गया है। ग्रामीण पुल को ऊंचा कर पानी रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, सिरसा। सिरसा में घग्गर का कहर जारी है। पनिहारी और बुर्जकर्मगढ़ के बीच टूटी घग्गर को बांधने में ग्रामीण तीसरे दिन भी लगातार दिन और रात से जुटे हुए हैं। रात एक बजे ग्रामीण बांधने में सफल होने ही लगे थे कि अचानक पानी का बहाव तेज होने से बांध फिर से टूट गया। ऐसे में ग्रामीणों की मेहनत पर पानी फिर गया।
मगर सोमवार को फिर से होंसला करके ग्रामीण दोबारा से टूटे तटबंध को बांधने में जुट गए। ब्लाक समिति के मैंबर से लेकर मास्टर सेवा में जुटे हुए हैं। सोमवार को घग्गर का जलस्तर 39,780 क्यूसेक रहा। जबकि रविवार को 42,380 क्यूसेक जलस्तर था। जलस्तर कम हो रहा है। पनिहारी के पास घग्गर के टूटे तटबंध को बांधने के लिए ग्रामीण जुटे हुए हैं। पनिहारी पुल से तीन किलोमीटर की दूरी पर यह कटाव हुआ है।
इसलिए ग्रामीणों को मिट्टी लाने में काफी दिक्कत आ रही है। सुबह से लेकर रात तक काम करते करते ग्रामीण थक जाते हैं, तो उनकी थकान दूर करने के लिए गांव वासी कभी बोले सो निहाल, कभी धन धन बाबा भूमणशाह, धन गुरु रविदास के जयकारे लगाकर जोश भर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रात 1 बजे तक केवल 15 से 20 फुट का कटाव शेष रह गया था। लेकिन लगातार काम करते रहने के कारण सभी थक चुके थे।
ग्रामीणों की संख्या भी कम रह गई थी। परंतु एक दम पानी का बहाव तेज होने से जितना बांध बनाया गया था वह भी टूट गया। तब सुबह फिर से ग्रामीणों ने काम शुरू किया। नेजाडेला कलां और मल्लेवाला के बीच पुल पर डाली जा रही मिट्टीपनिहारी और बुर्जकर्मगढ़ के बीच टूटे तटबंध के कारण इस एरिया में पड़ती 6 हजार एकड़ में जलभराव हो गया। यह पानी नेजाडेला कलां और मल्लेवाला के पास पहुंच रहा है।
ऐसे में ग्रामीणों ने दोनों गांवों के बीच वाले पुल को मिट्टी डालकर ऊंचा करना शुरू कर दिया है। ताकि इसे बांध बनाया जा सकें और पानी से दूसरे गांवों को नुकसान ना पहुंचे। डीसी ने भी किया निरीक्षणडीसी शांतुन शर्मा ने भी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पनिहारी जाकर ग्रामीणों से मुलाकात की। ग्रामीणों ने डीसी से मांग की कि शाह सतनाम जी वेलफेयर फोर्स के सेवादारों को भेजा जाए, क्योंकि उन्हें बांध बांधने के तरीके आते हैं।
ग्रामीणों के पास संसाधन तो हैं, परंतु तकनीक नहीं है। इसलिए उनसे बातचीत करके घटनास्थल पर भेजा जाए। स्वास्थ्य विभाग की टीम गर्मी को देखते हुए तटबंध पर ग्रामीणों को ओआरएस के पैकेट दे रहे हैं, ताकि गर्मी के चलते ग्रामीणों का स्वास्थ्य खराब ना हो। दो दिनों में सिंचाई विभाग ने भिजवाए 25 हजार बैगसिंचाई विभाग का दावा है कि दो दिनों में पनिहारी पर 25 हजार बैग भिजवाए गए है। बैगों की कमी के कारण लोग इंटरनेट मीडिया पर अपील कर रहे हैं। जिसके बाद बीज बनाने वाली कंपनियां और कुछ संस्थाओं ने वहां पर बैग भिजवाए। बांध बांधने वाले बार- बार ग्रामीण बैग लेकर आने की बात कह रहे हैं।
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