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    बिना सुरक्षा मानकों के चलाए जा रहे थे स्विमिंग पूल, व्यवस्थापक की लापरवाही से 11 साल के बच्चे की डूबने से मौत

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 10:52 PM (IST)

    सोनीपत के राई स्थित नाहरी गांव में एक दुखद घटना घटी। एक 11 वर्षीय बच्चा कृष्णा वाटर पार्क के स्विमिंग पूल में डूब गया जहां कोई लाइफ गार्ड या प्रशिक्षक मौजूद नहीं था। बच्चे को बचाने के प्रयास विफल रहे और उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने लापरवाही का मामला दर्ज किया है।

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    सोनीपत के राई स्थित नाहरी गांव में एक दुखद घटना घटी। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, राई। गांव नाहरी में चार साल से मानकों के बिना चल रहे स्विमिंग पूल में डूबने से 11 साल के बच्चे की मौत हो गई। पूल पर कोई प्रशिक्षक या लाइफ गार्ड तैनात नहीं है, जिसके चलते जब बच्चा डूब रहा था, तो किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की। बाद में जब बच्चा बेहोश मिला, तो उसे बाहर निकाला गया और सीपीआर दिया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

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    पुलिस ने इसे आकस्मिक मौत बताकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने उत्तर प्रदेश के इटावा में बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया। अवैध रूप से चल रहे स्विमिंग पूल अपराध का अड्डा बनते जा रहे हैं। पिछले महीने गांव नाहरी के एक व्यक्ति के स्विमिंग पूल में दो बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ था।

    बच्ची की मां शाहीन, जो मूल रूप से इटावा की रहने वाली हैं, ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ कुंडली के प्याऊ मनियारी में रहती थीं। उनका 11 साल का बेटा अरमान पढ़ाई के साथ-साथ साइकिल रिपेयर की दुकान पर काम सीखता है। 5 सितंबर को वह अपने दोस्तों के साथ गाँव नाहरी स्थित कृष्णा वाटर पार्क में तैराकी करने गया था। एक घंटे के 100 रुपये देकर जब वह पूल में उतरा तो डूबने लगा।

    आस-पास कई बच्चे तैर रहे थे, लेकिन किसी ने उसे नहीं देखा। कोई प्रशिक्षक या लाइफगार्ड भी नहीं था। अरमान को लाइफ जैकेट भी नहीं दी गई थी। काफी मशक्कत करने के बावजूद अरमान डूब गया। जब वह बेहोशी की हालत में पानी से बाहर आया तो कई युवकों ने उसे बाहर निकाला और सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन जब उसे होश नहीं आया तो वे उसे सिविल अस्पताल ले गए।

    वहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। बच्चे की माँ ने बताया कि उन्होंने कुंडली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन बरोटा थाना पुलिस ने आकस्मिक मौत की कार्रवाई की। पोस्टमार्टम के बाद उन्होंने बच्चे का इटावा में अंतिम संस्कार कर दिया। अरमान की बहन ने बताया कि अब वे कोई कार्रवाई नहीं चाहते क्योंकि उनका बच्चा इस दुनिया में नहीं रहा।

    शाहीन ने बताया कि उसका बेटा एक साइकिल की दुकान पर काम सीखता है। वहाँ से उसे रोज़ाना 40 रुपये मिलते हैं। बेटा कई दिनों से पैसे जमा कर रहा था, जिसमें से उसने 100 रुपये दिए थे। स्विमिंग पूल में एक घंटे के लिए 100 रुपये का भुगतान किया गया, लेकिन पूल में न तो कोई प्रशिक्षक था, न ही कोई लाइफ गार्ड या लाइफ जैकेट।

    सीसीटीवी में बच्चा खुद को डूबने से बचाने के लिए संघर्ष करता दिखाई दे रहा था, लेकिन किसी ने उसे नहीं बचाया। बेटे की मौत के बाद पूल संचालक ने उसे 40,000 रुपये देने की कोशिश की, लेकिन उसने कहा कि वह अपने बेटे की जान की कीमत नहीं लेगा।

    बच्चे के स्विमिंग पूल में डूबने के मामले की पूरी जाँच की जाएगी। अगर पूल बिना मानकों के चलाया जा रहा है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, अगर परिजन कोई और शिकायत देते हैं, तो जाँच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

    - ममता सिंह, पुलिस कमिश्नर, सोनीपत