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    सोनीपत के सारंग रोड अंडरब्रिज बना नरक, जलभराव से व्यापारी बेहाल

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 09:47 PM (IST)

    सोनीपत के सारंग रोड अंडरब्रिज पर दूषित पानी भरने से दुकानदार परेशान हैं। कई महीनों से जमा पानी और गंदगी के कारण दुकानें बंद हो रही हैं और ग्राहक आना कम हो गए हैं। नगर निगम के प्रयास विफल रहे हैं और दुकानदार निगम की लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। सीवर लाइन फटने से समस्या और बढ़ गई है जिससे यातायात और स्वास्थ्य संबंधी खतरे बढ़ गए हैं।

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    सोनीपत के सारंग रोड अंडरब्रिज पर दूषित पानी भरने से दुकानदार परेशान हैं। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, सोनीपत। शहर के सारंग रोड अंडर ब्रिज के नीचे दूषित पानी का जलभराव अब गंभीर समस्या बन गया है। कई महीनों से पानी जमा है। बारिश में हालत और भी बदतर हो जा रही है। रास्ता बंद होने और दुर्गंध से परेशान दुकानदार वर्षों से समाधान की मांग कर रहे हैं, लेकिन 20 साल बाद भी कोई समाधान नहीं हो पाया है।

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    लगातार जलभराव और गंदगी के कारण आसपास की दुकानें बंद हो रही हैं और ग्राहकों ने आना बंद कर दिया है। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि कई दुकानदार अब अपनी दुकानें बेचने को मजबूर हो गए हैं। अंडर ब्रिज के नीचे जमा पानी के कारण यातायात भी बाधित हो रहा है और स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी बढ़ गए हैं।

    शहर को लाइनपार क्षेत्र से जोड़ने वाले सारंग रोड अंडर ब्रिज का नजारा दूषित पानी के नाले से कम नहीं है। ऐसा भी नहीं है कि नगर निगम ने समस्या के समाधान के लिए कोई प्रयास नहीं किया हो। नगर निगम ने हाल ही में सारंग रोड अंडर ब्रिज के नीचे जलभराव की समस्या के समाधान के लिए आठ लाख रुपये खर्च किए हैं।

    बिना किसी ठोस योजना के लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी निगम अधिकारी शहर के लोगों को इस विकराल समस्या से निजात नहीं दिला पाए। अंडरब्रिज के आसपास बनी दुकानों के मालिकों का आरोप है कि निगम की लापरवाही के कारण उनका कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया है।

    नगर निगम के अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनने का नाटक कर रहे हैं। जिससे अंडरब्रिज के नीचे हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।

    यह है समस्या का मुख्य कारण

    सारंग रोड और आसपास के इलाके से सीवर का पानी डिस्पोजल तक पहुँचाने के लिए 24 इंच की पाइप लाइन बिछाई गई है। जिससे लाइन पार की कॉलोनियों का सीवर का पानी शंभू दयाल डिस्पोजल पर मोटर के ज़रिए आगे पंप किया जाता है। जिसके बाद पानी को सारंग रोड लाइन से होते हुए गीता भवन की तरफ से नाले में डाला जाता है।

    लापरवाही के कारण इस साल अब तक छह बार सीवर लाइन फट चुकी है। जिससे सीवर के पानी का निपटान नहीं हो पाता। जिससे आस-पास की कॉलोनियों और सारंग रोड अंडरब्रिज के पास स्थित डिस्पोजल पॉइंट पर पानी भर जाता है।

    जलभराव से परेशानी, हादसों का भी डर

    • जलभराव से बचने के लिए पैदल यात्री अक्सर कानून का उल्लंघन करते हुए रेलवे ट्रैक पार कर जाते हैं, जिससे हादसों का खतरा बना रहता है।
    • लाइन पार के इलाके से आसपास के इलाके का संपर्क टूट गया है। यातायात के साथ-साथ दुकानदारों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।
    • हर समय पानी और गंदगी जमा रहने से आसपास के लोग बदबू से परेशान हैं। बीमारियों का भी डर बना हुआ है।
    • डिस्पोजल लाइन की जॉइंट लाइनों की सफाई न होने से मुख्य लाइन कूड़े से भर जाती है। जिससे सीवर ओवरफ्लो हो जाते हैं।

    पानी निकालने के लिए यहाँ एक पंप भी लगाया गया है। इसे चलाने के लिए एक जनरेटर भी लगाया गया है। यहाँ से लगातार पानी निकाला जा रहा है। यहाँ एक नई डिस्पोजल लाइन भी बिछाई जानी है। शंभूदयाल डिस्पोजल से गीता भवन तक बड़ी सीवर लाइन को बदलने के लिए 2.54 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। लाइन बिछने के बाद समस्या का काफी हद तक समाधान हो जाएगा।

    -राजीव जैन, महापौर, नगर निगम

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