सोनीपत में दोहरे हत्याकांड का आरोपित पुलिस मुठभेड़ में ढेर, एक साथी अब भी फरार
सोनीपत में दोहरे हत्याकांड का आरोपी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी सोनीपत में छुपा है। घेराबंदी के बाद हुई गोलीबारी में आरोपी ढेर हो गया, जबकि उसका एक साथी फरार होने में सफल रहा। पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है। मारे गए आरोपी पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज थे।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
संवाद सहयोगी, खरखौदा। गोपालपुर के पिता–पुत्र की 24 अक्टूबर को गोलियां मारकर हत्या में शामिल बदमाश की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। एसयूएजी और सीआइए-वन की संयुक्त टीम व बदमाशों का केएमपी एक्सप्रेसवे के पास गोपालपुर से आईएमटी की तरफ जाने वाले रास्ते पर आमना-सामना हुआ। बदमाशों ने घिरते ही पुलिस अधिकारियों पर गोलियां चलाई, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण पुलिस अधिकारी बाल-बाल बच गए।
जवाबी फायरिंग में एक बदमाश गोलियां लगने से गिर पड़ा, जबकि उसका एक साथी फरार हो गया। मृतक की पहचान करनाल के छपरा गांव के रहने वाले शुभम के रूप में हुई है, जिसका खानपुर मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। घटना के बाद पुलिस आयुक्त ममता सिंह व डीसीपी क्राइम नरेन्द्र कादियान ने दौरा किया।
पुलिस टीम को गोपालपुर के मोहित व उसके पिता धर्मबीर की हत्या के मुख्य आरोपितों के गोपालपुर में आईएमटी मार्ग पर केएमपी एक्सप्रेसवे के आसपास होने का इनपुट मिला था। इस पर स्पेशल यूनिट एंटी गैंग्सटर इंचार्ज अजय धनखड़ और सीआईए-वन इंचार्ज बीर सिंह के नेतृत्व में टीमों ने नाकेबंदी की। थोड़ी ही देर में बाइक पर दो संदिग्ध युवक वहां से गुजरे।
पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो बाइक सवार मौके से भाग निकला और दूसरे ने कच्चे रास्ते से भागने का प्रयास किया। इसी बीच टीम ने जब उसे घेरते हुए आत्मसमर्पण करने को कहा तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस हमले में दोनों इंचार्ज पर गोलियां चलाई गईं, लेकिन वे बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण बाल-बाल बच गए।
पुलिस की फायरिंग में बदमाश को कई गोलियां लगी और वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। घायल की पहचान करनाल के छपरा गांव के शुभम के रूप में हुई है, जो गोपालपुर हत्याकांड का वांछित था। उसका साथी व हत्या का दूसरा आरोपित मनीष बाइक पर फरार हो चुका था।
पुलिस उसे गंभीर हालत में खरखौदा के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंची, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआई खानपुर कलां रेफर किया गया था, लेकिन वहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर डीसीपी नरेंद्र कादियान, आतंकवाद निरोधक दस्ता से एसीपी अजीत तोमर, एसीपी राजदीप, थाना प्रभारी पवन मलिक आदि मौजूद रहे।
दोहरे हत्याकांड के बाद नितिन था निशाने पर
इस मुठभेड़ के बाद मौके पर पहुंची पुलिस आयुक्त ममता सिंह ने बताया कि गोपालपुर के मोहित व उसके पिता धर्मबीर की हत्या को अंजाम देने के बाद अब आरोपित गोपालपुर के नीतिन की भी हत्या करने की फिराक में थे। वहीं पुलिस की तरफ से उसे पहले से ही सुरक्षा दी जा चुकी थी। जल्द ही फरार आरोपित मनीष को भी पकड़ लिया जाएगा।
गोपालपुर के मोहित व नितिन थे आरोपित
खरखौदा के नितिन सैनी की वर्ष 2020 में घर से बुलाकर आइएमटी खरखौदा में केएमपी एक्सप्रेसवे के पास सूए मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। आरोप नितिन सैनी के साथी गोपालपुर के मोहित व एक अन्य नितिन पर लगे थे।
ऐसे में बीते वर्ष भी जहां मोहित पर मृतक नितिन सैनी के साथी राहुल ने अपने साथी अंकुश व सन्नी के साथ मिलकर जानलेवा हमला किया था। वहीं 24 अक्टूबर को मोहित की उसके पिता धर्मबीर के साथ सोनीपत कोर्ट में जाते समय खरखौदा के थाना कलां बाईपास चौक पर स्कार्पियो से टक्कर मारने के बाद तीन हमलावरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी।
पुलिस इस दोहरे हत्याकांड में खरखौदा देवराज व राहुल, दिल्ली के रोहित व थाना कलां के कर्ण को गिरफ्तार कर चुकी है। रविवार को हुई मुठभेड़ में पांचवें आरोपित शुभम की मौत हो गई और छठा आरोपित मनीष फरार होने में कामयाब रहा।
हत्या, लूट व डकैती के मुकदमे हैं दर्ज
मृतक बदमाश शुभम पर हत्या, लूट व डकैती के कई मामले में दर्ज है। इनमें यमुनानगर के छछरौली थाने में हथियार के बल पर लूट का, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के कवि नगर थाने में डकैती का, दिल्ली के पांडव नगर थाने में चोट पहुंचाकर डकैती को अंजाम देने और खरखौदा में डबल मर्डर का केस दर्ज था।
वहीं इंद्री थाने में वर्ष 2020 में लूट का व लाडवा थाने में 2021 में भी छीनाझपटी का केस दर्ज था। रविवार को मृतक शुभम पर पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में एक और केस दर्ज हुआ है।

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