एक विवाह ऐसा भी! ग्रेजुएट युवक ने दहेज में केवल एक रुपये और नारियल ले सादगी से की शादी, लोगों ने की तारिफ
साढौरा के गांव महमदपुर में सियम कुमार नामक एक युवक ने दहेज के खिलाफ मिसाल कायम की। उन्होंने रानीपुर की काजल से शादी में केवल एक रुपये और नारियल स्वीकार किए। सियम, जो गोरक्षा दल से जुड़े हैं, दहेज और अन्य सामाजिक बुराइयों के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि एक संस्कारी युवती से विवाह करना ही सबसे बड़ा दहेज है।
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बिना दहेज शादी, युवक ने एक रुपये और नारियल में रचाया विवाह।
संवाद सहयोगी, साढौरा। गांव महमदपुर निवासी बीए पास युवक सियम कुमार ने अपने प्रण को पूरा करने के लिए व्यासपुर खंड के गांव रानीपुर की ग्रेजुएट युवती काजल के साथ रचाए विवाह में दहेज में केवल एक रुपये और नारियल लेकर एक मिसाल कायम की है। सियम हिंदू गुर्जर परिवार से संबंध रखता है और गोरक्षा दल से जुड़ा हुआ है।
दरअसल खेती करने वाला सियम कुमार शुरू से ही दहेज, भ्रूण हत्या तथा नशे जैसी बुराइयों का विरोधी रहा है। जब उसके रिश्ते की बात गांव रानीपुर के किसान मान सिंह की बेटी काजल के साथ चली तो उसने पहले ही दहेज न लेने की बात स्पष्ट कर दी। सियम कुमार ने कहा कि एक सांस्कारिक युवती से उसका विवाह होना ही उसके लिए सबसे बड़ा दहेज होगा।
सियम की इस बात से खेती करने वाले उसके पिता करनैल सिंह भी राजी थे। भावी दामाद की दृढ़ इच्छा को भांपते हुए किसान मान सिंह भी बगैर दहेज शादी के लिए राजी हो गए। फिर सियम व काजल का विवाह सादगी से संपन्न हुआ।
जिला परिषद के चेयरमैन रमेश ठसका ने कहा कि सियम कुमार द्वारा बगैर दान दहेज शादी रचाना समाज के लिए गर्व की बात होने के अलावा एक मिसाल बन गई है। इस मौके पर शुभम भड़ाना, रामपाल, बचना राम, अंकुश, जरनैल सिंह व संदीप जेलदार भी उपस्थित थे।

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