हिमाचल: विधायक हंसराज से भाजपा नेता ने जताया जान को खतरा, SP से मांगी पुलिस सुरक्षा; वायरल वीडियो के बाद बढ़ा विवाद
चंबा में, भाजपा नेता नरेश रावत ने भाजपा विधायक हंसराज और उनके समर्थकों से अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने पुलिस सुरक्षा की मांग की है, क्योंकि उन् ...और पढ़ें

चुराह से भाजपा विधायक हंसराज और पार्टी नेता नरेश रावत। जागरण आर्काइव
संवाद सहयोगी, चंबा। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला में इन दिनों सियासत गरमाई हुई है। भाजपा एससी मोर्चा जिला अध्यक्ष नरेश रावत ने शारीरिक शोषण करने के आरोपों में घिरे व जमानत पर चल रहे चुराह से भाजपा विधायक हंसराज व उनके समर्थकों से जान को खतरा बताया है।
उन्होंने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपकर स्वयं के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इंटरनेट मीडिया पर उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित हो रहा है, जिसमें नरेश रावत विधायक पर आरोप लगाने वाली युवती को एक होटल में छोड़ने आए थे।
रावत बोले, हाईप्रोफाइल मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा
नरेश रावत ने पुलिस को लिखे पत्र में बताया कि जिस युवती की शिकायत पर विधायक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है, उसको चंबा शहर के एक होटल में युवती के पिता के कहने पर छोड़ने गए थे। महिला कांस्टेबल भी युवती के साथ थी। बावजूद इसके होटल की सीसीटीवी फुटेज निकालकर इस हाईप्रोफाइल मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।
विधायक समर्थक कर रहे वीडियो वायरल
इस फुटेज को विधायक हंसराज व उनके समर्थकों की ओर से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। यही नहीं विधायक व उनके समर्थक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर मुझे नुकसान पहुंचाने व जान से मारने का षड़यंत्र रच रहे हैं।
दुश्मनी भरा व्यवहार किया जा रहा
रावत ने बताया कि वह वर्ष 2004 में छात्र संगठन से जुड़े। वर्ष 2009 में उन्होंने एक एनजीओ बनाई। तब से उनकी सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका रही है। वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत मसरूंड के प्रधान भी रहे। तब से उनके साथ दुश्मनी भरा व्यवहार किया जा रहा है।
इस संबंध में जब विधायक का पक्ष के लिए फोन किया गया तो किसी अन्य व्यक्ति ने उठाया। उस व्यक्ति ने बताया कि यह फोन हैक हो गया था, इस कारण थाने में जमा किया गया था।
विधायक मामले में अब तक क्या-क्या हुआ
चुराह की युवती ने नवंबर में इंटरनेट मीडिया पर विधायक डा. हंसराज पर यौन शोषण सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए थे। युवती की शिकायत पर महिला पुलिस थाना चंबा में सात नवंबर 2025 को पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद विधायक ने चंबा कोर्ट में अंतरिम जमानत के लिए याचिका लगाई। चंबा कोर्ट ने विधायक को 11 नवंबर को 22 नवंबर 2025 तक के लिए अंतरिम जमानत दी थी। बाद में 22 नवंबर को उनकी अग्रिम जमानत की अवधि बढ़ाकर 27 नवंबर कर दी गई थी। चंबा जिला एवं सत्र न्यायालय ने विधायक को 27 नवंबर को नियमित जमानत दे दी थी। मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआइटी) गठित की गई थी, जिसने चंडीगढ़ में पहुंचकर जांच की थी। वहीं, भांदल क्षेत्र में पुलिस ने साक्ष्य जुटाए थे। विधायक से महिला पुलिस थाना चंबा में बार-बार पूछताछ हो चुकी है। युवती के पिता की शिकायत पर विधायक के निजी सचिव समेत दो लोगों पर धमकाने और बयान बदलवाने के आरोप में भी एक मामला दर्ज हुआ था।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी व पार्टी नेता
नरेश रावत की ओर से एक ज्ञापन सौंपा गया है। इसमें उन्होंने जान को खतरा बताते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग की गई है। उक्त मामले की पुलिस की ओर से जांच की जाएगी।
-विजय कुमार सकलानी, पुलिस अधीक्षक चंबा।
विधायक व उनके समर्थकों पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं। यह कार्रवाई से बचने के लिए हथकंडा है। इस संबंध में मंगलवार को बैठक की गई है। इसमें एक प्रस्ताव पारित कर हाईकमान को भेजा गया है। इसमें मांग की गई है कि उक्त व्यक्ति के खिलाफ पार्टी विरोधी कार्य करने पर कार्रवाई की जाए।
-अमर चंद, भाजपा मंडलाध्यक्ष चुराह।

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