चिनूक के बाद M-17 हेलीकॉप्टर ने संभाला मोर्चा, 12 दिन से भरमौर में फंसे मणिमहेश श्रद्धालु और शव पहुंचेंगे चंबा
Manimahesh Yatra Rescue Operation चंबा में भरमौर से मणिमहेश यात्रा के श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के लिए वायुसेना के एम-17 हेलीकॉप्टर ने मोर्चा संभाला। अंतिम चरण के रेस्क्यू अभियान में 23 श्रद्धालुओं को चंबा पहुंचाया गया। कुगती में फंसे शवों को भी लाया जा रहा है। चंबा-भरमौर राजमार्ग भूस्खलन से बंद है।

जागरण संवाददाता, चंबा। Manimahesh Yatra Rescue Operation, भरमौर में करीब 12 दिन से फंसे मणिमहेश श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के लिए चिनूक के बाद वायुसेना के एम-17 हेलीकॉप्टर ने मोर्चा संभाल लिया है। शनिवार सुबह से अंतिम चरण का रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है। सुबह आठ बजे शुरू हुए अभियान में नौ बजे तक 23 श्रद्धालुओं को सुरक्षित चंबा पहुंचाया गया और अभियान लगातार जारी है।
प्रशासन का कहना है कि आज हर हाल में सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। शनिवार के अभियान में कुगती में करीब 15 दिनों से फंसे शवों को भी भरमौर से रेस्क्यू कर चंबा लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शुक्रवार को इन्हें कुगती से भरमौर पहुंचाया गया था और अब इन्हें हेलीकॉप्टर से चंबा लाकर सवजन को सौंपा जाएगा।
25 अगस्त से फंसे श्रद्धालु
25 व 26 अगस्त को हुई भारी बारिश के कारण मणिमहेश यात्रा मार्ग सहित पुल भी ध्वस्त हो गए थे। मणिमहेश से हड़सर आ रहे नाले में बाढ़ आने से भारी नुकसान हुआ था। चंबा से भरमौर हाईवे भी ध्वस्त हो गया था। इस कारण हजारों श्रद्धालुअ फंसे हुए थे।
चिनूक हेलीकॉप्टर से भी चलाया था रेस्क्यू अभियान
इससे पहले शुक्रवार को वायुसेना के दो चिनूक हेलीकॉप्टर ने 12 उड़ानें भरकर 524 श्रद्धालुओं और तीन शवों को भरमौर से करियां होते हुए चंबा पहुंचाया था।
चंबा-भरमौर हाईवे पर 22 किलोमीटर सड़क पूरी तरह से ठप
चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन के कारण यातायात पूरी तरह ठप है और करीब 22 किलोमीटर सड़क पूरी तरह से बंद पड़ी है। इसी वजह से सड़क मार्ग से श्रद्धालुओं को निकालना संभव नहीं हो पा रहा और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के माध्यम से ही अंतिम चरण का रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि शनिवार को सभी श्रद्धालु सुरक्षित चंबा पहुंच जाएंगे।
आज सभी श्रद्धालु किए जाएंगे रेस्क्यू : उपायुक्त
उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल ने कहा कि भरमौर में फंसे सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। शनिवार सुबह से वायुसेना के एम-17 हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है और अब तक कई श्रद्धालुओं को सुरक्षित चंबा पहुंचाया जा चुका है। आज हमारा लक्ष्य है कि हर हाल में अंतिम चरण का अभियान पूरा कर सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित चंबा पहुंचाया जाए।
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चंबा-भरमौर मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण सड़क मार्ग से निकासी संभव नहीं है, इसलिए हेलीकॉप्टर ही एकमात्र विकल्प है। मैं श्रद्धालुओं और उनके परिजनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रशासन पूरी तत्परता और समन्वय के साथ इस अभियान को अंजाम दे रहा है।
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