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    मणिमहेश यात्रा के श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने के लिए HRTC ने चलाई विशेष बसें, 8518 लोगों को पहुंचाया सुरक्षित जगह

    Updated: Thu, 11 Sep 2025 05:28 PM (IST)

    मणिमहेश यात्रा 2025 में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण फंसे श्रद्धालुओं के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम ने विशेष बसें चलाईं। 29 अगस्त से 6 सितंबर तक 196 बसों से 8518 यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। चंबा-पठानकोट मार्ग पर सबसे ज्यादा बसें चलाई गईं। निगम के कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम किया।

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    मणिमहेश यात्रा के दौरान निगम ने 196 विशेष बसों से भेजे 8518 यात्री (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता,धर्मशाला। श्री मणिमहेश यात्रा 2025 के दौरान भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण चंबा भरमौर मार्ग कई दिनों तक अवरुद्ध रहा। इस कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु बीच मार्ग में तथा चंबा शहर सहित विभिन्न स्थानों पर फंस गए।

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    स्थिति को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधाजनक आवाजाही सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा त्वरित कदम उठाए गए और विशेष बस सेवाएं उपलब्ध करवाई गईं।

    वीरवार को धर्मशाला में पत्रकारों के साथ बातचीत में हिमाचल पथ परिवहन निगम के डिविजनल मैनेजर पंकज चड्ढा ने कहा कि इन बसों के संचालन से श्रद्धालुओं को समय पर अपने गंतव्यों तक पहुंचने में सहायता मिली।

    उन्होंने कहा कि 29 अगस्त से 6 सितंबर तक निगम द्वारा कुल 196 विशेष बसें चलाई गईं, जिनमें लगभग 8518 यात्री यात्रा कर अपने गंतव्यों तक पहुंचे। इसमें से सर्वाधिक 171 बसें चंबा से पठानकोट तक चलाई गईं, जिनमें हजारों श्रद्धालुओं ने सफर किया। इसके अतिरिक्त 23 बसें कांगड़ा, 1 बस लदरोर और 1 बस लंगेरा के लिए भेजी गईं।

    उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ निगम बस अड्डों पर पहुंच रही थी। इस स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ प्रबंधन के लिए निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों ने चैबीसों घंटे ड्यूटी निभाई।

    उन्होंने श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन देने, बसों की व्यवस्था करने और सुरक्षित ढंग से रवाना करने में विशेष भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि निगम का दायित्व है कि कठिन परिस्थितियों में भी श्रद्धालुओं और यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए और इस आपातकाल की परिस्थिति में निगम ने बखूबी अपना दायित्व निभाया।