श्रीखंड महादेव यात्रा आज से शुरू, हेल्थ चेकअप के बिना नहीं मिली अनुमति; श्रद्धालुओं को फॉलो करनी होगी ये बातें
श्रीखंड महादेव यात्रा (Shrikhand Mahadev Yatra) आज से शुरू हो गई है जो 10 से 23 जुलाई तक चलेगी। 32 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके 18570 फीट की ऊंचाई पर दर्शन होंगे। स्वास्थ्य जांच के बिना अनुमति नहीं मिलेगी। सिंहगाड़ बेस कैंप में पंजीकरण और जांच होगी जहां से प्रतिदिन 800 श्रद्धालुओं को भेजा जाएगा।
संवाद सहयोगी, आनी (कुल्लू)। Shrikhand Mahadev Yatra 2025: उत्तर भारत की कठिनतम धार्मिक यात्राओं में शामिल श्रीखंड महादेव यात्रा आज यानी वीरवार से शुरू हो गई है। श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच के बिना यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं होगी। जांओं के निकट स्थित सिंहगाड़ बेस कैंप में श्रद्धालुओं का पंजीकरण व स्वास्थ्य जांच की जाएगी।
करीब 32 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर 18,570 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव के दर्शन होते हैं। यात्रा की अनुमति 10 से 23 जुलाई तक ही होगी। यात्रा के आरंभ से पहले बुधवार शाम करीब आठ बजे बेस कैंप सिंहगाड़ में संध्या आरती की गई। मिल्क फेडरेशन के अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर वीरवार को सुबह सिंहगाड़ से पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
स्वास्थ्य, पुलिस जवानों सहित अन्य रेस्क्यू टीमों को तैनात कर दी हैं। बिना पंजीकरण यात्रा करने वालों को रोकने के लिए कुंशा में चेकपोस्ट स्थापित की गई है। एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि अब तक 5200 से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है।
बेस कैंप सिंहगाड़ से प्रतिदिन 800 श्रद्धालुओं को ही यात्रा पर भेजा जाएगा। यात्रा मार्ग को पांच सेक्टर में बांटा गया है, जिनकी निगरानी के लिए छह सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं।
यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच के लिए विभाग की नौ सदस्यीय टीम तैनात की गई हैं। कार्यकारी खंड चिकित्सा अधिकारी डा. प्रदीप नेगी ने बताया कि टीमें आयुर्वेदिक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ललित ठाकुर की अगुवाई में काम करेंगी। इनमें पांच आयुर्वेदिक मेडिकल आफिसर और चार फार्मेसी अधिकारी शामिल हैं।
यात्रा के लिए जरूरी बातें
- पंजीकरण अनिवार्य करवाएं व चिकित्सा प्रमाणपत्र साथ लाएं।
- अकेले यात्रा न करें। केवल साथियों के साथ ही यात्रा करें।
- चढ़ाई धीरे-धीरे चढ़ें, सांस फूलने पर रुक जाएं।
- जरूरी दवाएं, छाता, बरसाती, ग्लूकोज, ड्राई फ्रूट, डंडा, गर्म कपड़े, जूते व टार्च अवश्य लाएं।
क्या न करें
- सुबह छह बजे से पहले और शाम छह बजे के बाद बेस कैंप सिंहगाड़ से यात्रा न करें।
- जबरदस्ती चढ़ाई न चढें।
- किसी भी प्रकार के शार्टकट रास्तों का प्रयोग न करें।
- खाली रैपर इत्यादि खुले में न फेंके, वापस लाकर कूड़ेदान में डालें।
- धूमपान व मादक पदार्थों का सेवन न करें।
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