CM सुक्खू ने मंत्री को रोककर भाजपा विधायक को दिया संबोधन का मौका, अनिल शर्मा बोले- यह मेरा परिवार रहा है
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंडी में आपदा प्रभावितों को राहत राशि वितरित की। भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने कहा कि अन्य विधायकों को कार्यक्रम की सूचना नहीं दी गई। उन्होंने आपदा के कारणों पर ध्यान देने और चुने हुए प्रतिनिधियों को बुलाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने मलोरी सड़क के लिए धन की मांग की और आवास सहायता बढ़ाने का आग्रह किया।

मंडी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व अन्य मंत्री और बायीं तरफ खड़े भाजपा विधायक अनिल शर्मा। जागरण
जागरण टीम, मंडी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को जिला मंडी के पड्डल मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आपदा प्रभावितों को राहत राशि वितरित की। इससे पूर्व मंच पर मौजूद नेताओं ने संबोधित किया।
मंडी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अनिल शर्मा भी मंच पर थे। मंत्री राजेश धर्माणी मंच पर संबोधन करने के लिए उठे तो मुख्यमंत्री ने उन्हें रोक दिया और विधायक अनिल शर्मा को संबोधित करने के लिए कहा।
चुने हुए प्रतिनिधि बुलाए जाने चाहिएं थे
अनिल शर्मा ने कहा कि मैंने सिर्फ स्वागत करना था। मैं एसडीएम के फोन पर आया हूं। बाकी विधायकों को पूछा तो बोले कि हमें तो फोन ही नहीं आया। अनिल शर्मा ने कहा कि हम चुने हुए प्रतिनिधि हैं, यह प्रदेश जितना आपका है उतना हमारा भी है।
आपदा आती है, बुलाई नहीं जाती है। आपदा आ रही है इसका कारण भी जानना चाहिए। चुने हुए लोगों को बुलाना चाहिए था सरकारी कार्यक्रम है।
आपदा के दौरान सड़कें नहीं खुलीं और लाखों का सेब खराब हो गया। यह राजनीतिक बात का मौका नहीं है। अनिल ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में तो कई लोगों के पास केवल पहने हुए कपड़े रह गए।
मलोरी सड़क का मामला उठाया
विधायक ने सीएम से मलोरी सड़क का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधि की ओर लोग देखते हैं। हम धूल फांक रहे हैं। सड़क के लिए साढ़े 6 करोड़ चाहिएं।
अनिल बोले, यहां जो बैठे हैं वो मेरा परिवार रहा
अनिल शर्मा ने कहा कि यहां जो भी बैठे हैं, वो मेरा परिवार रहा है। पार्टी से हटकर काम करना होगा व योजनाएं बनानी होंगी। कॉलेज का भवन 8 साल से बन रहा है। सीएम से कहा कि आप शिवरात्रि में इसका उद्घाटन करें।
जो घर रहने लायक नहीं उन्हें भी 7 लाख रुपये दें
अनिल शर्मा ने कहा कि जो घर रहने लायक नहीं रहे हैं, उनको भी सात लाख रुपये दें। मैं उम्मीद करता हूं, मंडी में राहत नहीं विकास की गाथा लिखें।

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