पति-पत्नी के बीच झगड़े की वजह बन रहा मोबाइल, महिला पुलिस थाना मंडी में पहुंचे रिकॉर्ड मामले; साइबर बुलिंग भी बढ़ी
मंडी में अब मोबाइल पति-पत्नी के झगड़ों की वजह बन रहा है। महिला थाने में पत्नियों द्वारा ज़्यादा मोबाइल इस्तेमाल करने पर विवाद के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले पाँच सालों में 3212 मामले आए, जिनमें से ज़्यादातर काउंसलिंग से सुलझाए गए। महिला थाना नाबालिगों के भागने और साइबर बुलिंग के मामलों पर भी ध्यान दे रहा है। पुलिस काउंसलिंग के ज़रिए विवादों को सुलझाने का प्रयास कर रही है।

पति और पत्नी के बीच मोबाइल फोन विवाद की वजह बन रहा है। प्रतीकात्मक फोटो
मुकेश मेहरा, मंडी। अकसर पति-पत्नी और वो के चक्कर में परिवार में विवाद होते थे, लेकिन आधुनिकता के दौर में इस वो की जगह मोबाइल ने ले ली है। अब पति पत्नी की शिकायत लेकर महिला थाने आ रहे हैं। पतियों की शिकायत होती कि पत्नियों को अधिक मोबाइल चलाने से रोकने पर हंगामा हो रहा है।
गत दिन आए एक मामले में तो नौबत हाथापाई तक आ गई थी, लेकिन महिला थाना मंडी काउंसिलिंग कर घर टूटने से बचाया।
पति-पत्नी विवाद के 600 से अधिक मामले पहुंचे महिला पुलिस थाने
प्रदेश सरकार के महिला थाना खोलने का यह सार्थक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। मंडी में खुले महिला थाने में हर वर्ष 600 से अधिक मामले पति-पत्नी के विवाद, सास-ससुर के साथ अनबन, घरेलू हिंसा होने के आते हैं।
3312 में से 661 मामले कोर्ट गए
पिछले पांच साल में 3212 मामले थाने पहुंचे, लेकिन केवल 661 मामले ही कोर्ट गए, 2551 मामलों में महिला थाना की टीम ने थाने में ही पति-पत्नी और परिवार के सदस्यों को को समझाकर घर भेजा। जो 661 मामले कोर्ट गए उनमें दो से तीन बार की काउंसलिंग के बाद भी समझौता नहीं हो पाया।
इसलिए महिला थाने पर भरोसा
जिलेभर से मामले महिला थाना में आ रहे हैं, इसके पीछे कारण महिला थाने के स्टाफ द्वारा प्रभावितों की बात को सुनना है। सामान्य थानों में घरेलू अपराध के अलावा चोरी, मारपीट, यातायात व्यवस्था सहित अन्य कई तरह की शिकायतें आती हैं, जिसमें टीम पूरा समय प्रभावित को नहीं दे पाती। वहीं महिला थाने में इनकी काउंसिलिंग के चलते इनको सुना जाता है और यही कारण है कि महिलाएं महिला और पुरुष थाना पहुंच रहे हैं।
नाबालिगों के भागने, साइबर बुलिंग के मामले भी आ रहे लगातार
महिला थाने में पति-पत्नी के विवाद के अलावा नाबालिगों के भागने, छेड़छाड़ और साइबर बुलिंग के मामले भी पहुंच रहे हैं। इसमें स्कूलों सेही 32 मामले अब तक महिला थाने आए, जिसमें बच्चों की काउंसिलिंग की गई।
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किस वर्ष कितने मामले
- वर्ष, मामले
- 2021,601
- 2022,633
- 2013,697,
- 2024,648
- 2025,633
पुलिस का प्रयास रहता है कि पति-पत्नी के बीच का विवाद काउंसिलिंग से ही हल हो जाए,क्योंकि अगर यह विवाद बढ़ते हैं तो इसका असर बच्चों पर पड़ता है। महिला थाना इस ओर अच्छा काम कर रहा है।
-अभिमन्यु वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मंडी।
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