Atal Bihari Vajpayee: एक सप्ताह मनाली से चलता था प्रधानमंत्री कार्यालय, ग्रामीण कहते थे मुखिया; रोचक है हिमाचल से नाता
Atal Bihari Vajpayee पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हिमाचल प्रदेश से गहरा नाता था मनाली के प्रीणी गांव में उनका दूसरा घर था। 1999 से 2004 तक वे हर साल जून में मनाली से ही देश का संचालन करते थे जिससे प्रीणी एक सप्ताह के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय बन जाता था। ग्रामीणों ने उन्हें मुखिया माना।

जसवंत ठाकुर, मनाली। Atal Bihari Vajpayee, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हिमाचल प्रदेश से गहरा लगाव था। मनाली के प्रीणी गांव में उनका दूसरा घर था। 19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी हर साल जून महीने में एक सप्ताह तक मनाली से ही देश का संचालन करते थे। प्रीणी एक सप्ताह तक प्रधानमंत्री के कार्यालय में तबदील हो जाता था।
प्रीणी निवासियों ने उन्हें मुखिया की उपाधि दी। वाजपेयी ग्रामीणों के प्रिय चाचू व बच्चों के प्रिय मामू बन गए। वाजपेयी ने प्रीणी के ग्रामीणों को अपना बना लिया और उनके सुख दुख के साझेदार बने।
मनाली व प्रीणी निवासी आज भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सातवीं पुण्य तिथि मना रहे हैं। वाजपेयी मनाली को अपना दूसरा घर मानते थे, इस कारण उनका मनाली से गहरा नाता रहा है। प्रीणी व मनाली वासियों के दिलों में आज भी अटल बिहारी वाजपेयी राज करते हैं।
मनाली में स्थानीय लोगों से मिलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का फाइल फोटो।
1968 में पहली बार आए थे मनाली
अटल बिहारी वाजपेयी 1968 में पहली बार मनाली आए थे। मनाली की वादियों से इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने मनाली को अपना दूसरा घर बना लिया। जीवनभर राजनीति में सक्रिय रहने वाले अटल 1992 के बाद मनाली के ही होकर रह गए। उन्होंने प्रीणी में घर बना लिया व यहां रहने वाले लोगों को वह परिवार की तरह समझते रहे।
मनाली माल रोड पर दी श्रद्धांजलि
पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर सहित समस्त भाजपा कार्यकर्ताओं और मनालीवासियों ने माल रोड में पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की। गोविंद ठाकुर ने कहा कि वाजपेयी भारतीय राजनीति में एक महान हस्ती थे, जिनकी सभी दलों की ओर से प्रशंसा की जाती थी और उनकी सादगी, वाकपटुता और राजनेता कौशल के लिए पूरा देश उन्हें प्यार करता था।
मनाली माल रोड पर अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि देने जुटे लोग। जागरण
अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर है रोहतांग टनल
पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता गोविंद ठाकुर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल टनल रोहतांग के रूप में हमेशा कुल्लू-मनाली वासियों के बीच मौजूद रहेंगे। रोहतांग टनल का सपना जो वाजपेयी ने अपने लाहुली दोस्त अर्जुन गोपाल संग देखा था वो तीन अक्टूबर 2020 को पूरा हो गया है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टनल का लोकार्पण कर देश को समर्पित किया था। हिमाचल सरकार ने 25 दिसंबर 2019 को उनकी स्मृति में रोहतांग टनल का नामकरण अटल टनल रोहतांग के रूप में करने की घोषणा की।
21 साल का हो गया अटल का लगाया देवदार का पौधा
अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रीणी गांव में 2004 में देवदार का पौधा रोपा था, जो आज 21 साल का हो गया है। गांव वासी इसे अटल जी की याद के रूप में देखते हैं व इसकी पूरी देखभाल करते हैं। स्कूल के प्रांगण में लगा यह पौधा हर विद्यार्थी को अटल बिहारी वाजपेयी की याद दिलाता रहेगा।
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