Shimla News: बैंक अधिकारी ने ही कर दिया 3 करोड़ 70 लाख रुपये का घोटाला, पुलिस का चला डंडा तो जुर्म किया कबूल
शिमला के कुसुम्पटी में बैंक ऑफ़ बड़ौदा के एक अधिकारी पर 3.70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। अधिकारी पर सरकारी संस्था के खाते से पैसे निकालकर महिला के खाते में डालने का आरोप है। बैंक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी अधिकारी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी के उपनगर कुसुम्पटी में बैंक आफ बड़ौदा के अधिकारी पर बैंक के खाते से 3.70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इसमें बैक के अधिकारी पर सरकारी संस्था के खाते से दो बार पैसे की निकासी की।
इस पैसे को किसी महिला के खाते में ट्रांसफर किया है। बैंक के अधिकारियों की शिकायत पर शिमला पुलिस ने छोटा शिमला थाने में बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
अधिकारी पर आरोप है कि उसने पद और शक्तियों का गलत इस्तेमाल करते हुए करोड़ों की राशि का हेरफेर किया। इसे निजी लाभ के लिए इस्तेमाल किया। बैंक प्रबंधन की ओर से मिली शिकायत के बाद छोटा शिमला पुलिस ने आपराधिक प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के उप क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने थाना छोटा शिमला में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में बताया गया कि कुसुम्पटी शाखा में कार्यरत बैंक अधिकारी ने एक सरकारी संस्था के खाते से बिना अनुमति 22 अगस्त और 27 अगस्त को 3.70 करोड़ रुपये की बड़ी राशि एक महिला के खाते में ट्रांसफर कर दी। बैंकिंग नियमों की खुली अवहेलना करते हुए इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया है।
कई अन्य खातों का भी हुआ पैसा निकालने को इस्तेमाल
शिकायत में कहा गया है कि खाते से ट्रांसफर की गई रकम को बाद में कई खातों और नकद निकासी के जरिये निकाल लिया गया। इस तरह से करोड़ों की रकम का गैरकानूनी तरीके से गबन किया गया।
हालांकि जांच के दौरान पता चला कि करीब 90.95 लाख रुपये की राशि अभी भी उसी खाते में बची हुई है। जिसे बैंक प्रशासन की कार्रवाई के बाद फ्रीज कर दिया गया है। अब आने वाले दिनों में इन सभी खाताधारकों को भी पुलिस पूछताछ के लिए बुला सकती है।
आरोपी अधिकारी ने कर लिया है आरोप स्वीकार
प्रारंभिक जांच के मुताबिक आरोपी बैंक अधिकारी ने खुद भी मामले को स्वीकार कर लिया है। 7 सितंबर को अधिकारी ने लिखित में जुर्म कबूल करते हुए यह माना कि उसने अज्ञात व्यक्तियों की मिलीभगत से निजी लाभ के लिए यह धोखाधड़ी की है।
आरोपी अधिकारी के कबूलनामे के बाद मामला और गंभीर हो गया है । पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए जांच तेज कर दी है।
अब धोखाधड़ी में साथ देने वालों पर नजर
पुलिस के अनुसार अभी जांच प्रारंभिक स्तर पर है और पूरे मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। बैंक प्रबंधन ने आशंका जताई है कि इस गबन के पीछे और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
इसलिए जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए और जिनके जरिए नकद निकासी की गई, उन सभी की जांच की जा रही है। शिमला पुलिस ने बैंक प्रबंधन की शिकायत के आधार पर आरोपित के खिलाफ छोटा शिमला पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
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