Kullu Cloudburst: कुल्लू में बादल फटने से पांच लोगों की मौत, इन 2 दिनों के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी
कुल्लू के निरमंड में बादल फटने से 5 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई जबकि 3 घायल हैं। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। राज्य में बंद सड़कों को खोलने का कार्य जारी है लेकिन अभी भी कई राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य मार्ग अवरुद्ध हैं। भारी बारिश के कारण प्रदेश में अब तक 4156 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है

राज्य ब्यूरो, शिमला। कुल्लू के निरमंड में बादल फटने से पांच लोगों की मौत हो गई जबकि तीन घायल हो गए। निरमंड के शमानी गांव में रात को बादल फटा। दो घर पानी के साथ आए मलबे की चपेट में आ गए। इससे पांच लोगों की मौत व तीन घायल। सभी मृतक एक परिवार के हैं। इनमें शिव राम की पत्नी, बहू-बेटा और पोता-पोती शामिल हैं।
शिव राम का छोटा भाई व भाभी घायल हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार 13 व 14 सितंबर को प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। जबकि तब तक अधिकतर स्थानों पर धूप के खिलने और कुछ एक स्थानों पर हल्की वर्षा का अनुमान है।
प्रदेश में धूप और बादलों के बीच सड़कों को खोलने का काम तेज गति से हुआ है और 64 बंद सडकों को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया। प्रदेश में चार राष्ट्रीय राजमार्ग जिनमें कुल्लू में एनएच 03, 305, किन्नौर में एनएच 05, ऊना में एनएच 70 और इसके अलावा 680 सड़कें बंद हैं। जिनमें कुल्लू में 214, मंडी में 158 सड़कें बंद हैं। इन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में मंगलवार को धर्मशाला में 4.6, धौलाकुआं में 3.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। प्रदेश में 1202 ट्रांसफार्मर खराब हैं।
प्रदेश में लाहुल स्पीति का ताबो सबसे गर्म
प्रदेश में अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री तक की वृद्धि दर्ज की गई है। लाहुल स्पीति के ताबो में 3.3 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई है जिससे अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि नेरी का 32.9 और ऊना का 0.7 डिग्री की वृद्धि के साथ 31.5 डिग्री दर्ज किया गया है।
बरसात के दौरान अभी तक 4156 करोड़ का नुकसान
प्रदेश में 20 जून से लेकर अभी तक 4156 करोड़ के नुकसान का आकलन किया जा चुका है। अभी तक 213 लोगों की बादल फटने, भूस्खलन व अन्य कारणों से मौत हो चुकी है। भूस्खलन के कारण 48, अचानक बाढ़ के कारण 11, बादल फटने के कारण 17 लोगों की मौत मंडी में हुई है। प्रदेश में 1237 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। जबकि 5319 मकानों 469 दुकानों और 5469 गौशालाओं को नुकसान हुआ है।
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