हिमाचल पुलिस के बेड़े में शामिल होंगी टाटा की 35 इलेक्ट्रिक कार और 7 स्कॉर्पियो, बेहद खास होंगे ये वाहन
हिमाचल प्रदेश पुलिस के बेड़े में विश्व बैंक की मदद से 35 इलेक्ट्रिक कारें और 14 पेट्रोलिंग वाहन शामिल किए जा रहे हैं। टाटा कर्व ईवी कारों को ट्रैफिक और कानून व्यवस्था के लिए तैयार किया गया है। बर्फीले क्षेत्रों के लिए 7 डीजल स्कॉर्पियो भी खरीदी गई हैं। यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि पहाड़ी इलाकों में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। इन वाहनों में आधुनिक उपकरण और विशेष सुरक्षा सुविधाएँ हैं।

हिमाचल प्रदेश पुलिस के नए इलेक्ट्रिक वाहन।
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस के बेड़े में अब प्रदूषणमुक्त इलेक्ट्रिक कारें शामिल हो रही हैं। विश्व बैंक की परियोजना के तहत 35 कारों और 14 पैट्रोलिंग व्हीकल को खरीदा गया है। ट्रैफिक के साथ कानून व्यवस्था के लिए टाटा कर्व ईवी कारों को शामिल किया जा रहा है।
शिमला के टाटा मोटर शोरूम में इन दिनों इन गाड़ियों पर आवश्यक सुविधाओं के अलावा हिमाचल पुलिस लिखने व अन्य कार्य किए जा रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश के बर्फीले क्षेत्र के लिए सात डीजल महेंद्रा स्कॉर्पियो गाड़ी खरीदी गई हैं। जल्द ही ये वाहन हिमाचल पुलिस के सुपुर्द होगे। पुलिस के बेड़े में पहली बार इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस का यह निर्णय पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय पहल है। पहाड़ी इलाकों में गाड़ियों से निकलने वाला धुआं और प्रदूषण बड़ी समस्या बनती जा रही है। इससे पहले हिमाचल प्रदेश में परिवहन विभाग में भी सभी वाहन इलेक्ट्रिक किए गए हैं। ये वाहन अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है, जिससे पुलिस कानून का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसेगी।
गाड़ी पर लिखे हैं ये संदेश
हिमाचल पुलिस के लिए टाटा कर्व ईवी कारों को पुलिस की जरूरतों के हिसाब से खास तरह से तैयार किया गया है। इसका रंग सफेद रखा गया है और उस पर बड़े अक्षरों में पुलिस, रोड सेफ्टी एनफोर्समेंट और डायल 112 लिखा गया है।
कारों और पैट्रोलिंग व्हीकल में क्या खास
ऊपर की तरफ एलईडी लाइट्स और सायरन लगाए गए हैं, जो आपात स्थिति में तुरंत काम आते हैं। कंप्यूटर सिस्टम और वायरलेस संचार उपकरण लगाए गए हैं। हथियारों को सुरक्षित रखने की जगह भी बनाई गई है।
पुलिस फ्लीट में दस रेकर व्हीकल भी शामिल
पुलिस को विश्व बैंक की परियोजना के तहत 10 रेकर व्हीकल दिए गए हैं। इनमें कटर ब्लेड भी लगे हैं। जिसका सबसे बड़ा लाभ ये है कि सड़क हादसों के दौरान गाड़ी में फंसने पर व्यक्ति को गाड़ियों को काटकर सुरक्षित निकाला जा सकता है। इसके अलावा 2 से 14 टन की क्षमता की क्रेन भी है, जो हादसों में मददगार होगी।
विश्व बैंक के प्रोजेक्ट के तहत करीब 35 करोड़ की लागत से पुलिस के लिए सड़क सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर इलेक्ट्रिक वाहन के अलावा अन्य उपकरणों की खरीद की है। जल्द ही इन्हें पुलिस को सौंपा जाएगा।
-पवन शर्मा, निदेशक, हिमाचल प्रदेश सड़क एवं अन्य अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड।
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