हिमाचल में स्नोफॉल जारी, शिमला और कुल्लू में जमकर बरसे ओले, आज कैसा रहेगा मौसम?
शिंकुला, बारालाचा समेत हिमाचल की चोटियों पर बर्फबारी हुई। शिमला और कुल्लू में ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट आई और फसलों को नुकसान हुआ। भुंतर-मणिकर्ण मार्ग पर मलबा आने से यातायात बाधित रहा। रोहतांग दर्रे पर पर्यटकों की भारी भीड़ रही। मौसम विभाग ने अगले एक सप्ताह तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई है।

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जागरण टीम, शिमला। शिंकुला, बारालाचा, कुंजुम दर्रा और धौलाधार सहित प्रदेश की चोटियों पर वीरवार को हल्का हिमपात हुआ। शिमला और कुल्लू जिले की गड़सा घाटी में ओलावृष्टि हुई। इससे अधिकतम तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है।
सबसे अधिक गिरावट भरमौर में 10.8 और सोलन में 3.8 डिग्री सेल्सियस की आई है। मंडी में 16, शिमला में 11, भुंतर और नारकंडा में पांच-पांच मिलीमीटर वर्षा हुई। हिमपात और वर्षा के बीच न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।
कुल्लू में वीरवार दोपहर बाद बूंदाबांदी हुई। गड़सा घाटी के कई क्षेत्रों में ओलों की परत बिछने से फसलों खासकर जापानी फल, टमाटर, मटर और शिमला मिर्च को काफी नुकसान हुआ। भुंतर से मणिकर्ण मार्ग पर छन्नी खोड में नाले का मलबा आने से सड़क पर करीब तीन घंटे के लिए वाहनों की आवाजाही बंद रही। इस दौरान पांच वाहन फंस गए जिससे दोनों ओर लंबी लाइनें लगीं।
औट-लुहरी-सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर 10280 फीट की ऊंचाई पर स्थित जलोड़ी जोत में हल्का हिमपात हुआ। इस कारण वाहनों के फिसलने का खतरा बना है। मंडी में दोपहर बाद वर्षा हुई। मंडी की सराज घाटी की ऊपरी पहाड़ियों पर ओलावृष्टि हुई। वहीं रोहतांग दर्रा देखने कई पर्यटक फोर बाय फोर वाहनों में पहुंचे। सामान्य पर्यटक वाहन रोहतांग दर्रे से चार से पांच किलोमीटर पहले तक पहुंच पाए।
रोहतांग दर्रे के लिए वीरवार को डीजल इंजन के 231 और पेट्रोल के 262 वाहनों के परमिट बुक हुए और यह संख्या जून के बाद से सबसे अधिक रही। आठ से 10 हजार पर्यटक रोहतांग दर्रे सहित मढ़ी और कोकसर में पहुंचे। मौसम विभाग ने एक सप्ताह तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई है। आने वाले दिनों में सुबह और शाम ठंड बढ़ने की संभावना जताई है।

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