बिना इजाजत खाते में ट्रांसफर हुआ 6 लाख से ज्यादा का लोन, शिमला में साइबर फ्रॉड का अजीबोगरीब मामला
जबलपुर की पायल बसु, जो शिमला में रहती हैं, ने ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत की है। उनके खाते में बिना अनुमति के 6 लाख से अधिक का लोन ट्रांसफर हो गया। पायल ने लोन के लिए आवेदन नहीं किया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, बैंक रिकॉर्ड और डिजिटल लेनदेन की पड़ताल की जा रही है।

महिला के खाते में बिना अनुमति 6 लाख से ज्यादा का लोन ट्रांसफर (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, शिमला। शहर में आन लाइन धोखाधड़ी का अपनी तरह का पहला मामला सामने आया है। इसमें महिला के खाते में बिना उसकी अनुमति के कुछ ही सैंकेंड में छह लाख रुपये से अधिक की लोन की राशि ट्रांसफर कर दी गई। महिला ने इस संबंध में पुलिस से शिकायत की है।
इसके बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। यह मामला जबलपुर (मध्य प्रदेश) निवासी पायल बसु की शिकायत पर दर्ज हुआ है। फिलहाल वह शिमला जिला के शोघी में रह रही हैं। पुलिस को शिकायतकर्ता पायल बसु ने बताया कि 13 अक्तूबर को उनके खाते में अचानक से तीन बार लोन की रकम आ गई। इनमें एक लाख पचास हजार रुपये, दो लाख चालीस हजार चार सौ उन्नीस रुपये और दो लाख पचास हजार रुपये शामिल हैं।
ये राशि छह लाख चालीस हजार चार सौ उन्नीस रुपये की राशि उनके खाते में डाली गई। महिला ने आरोप लगाया कि उन्होंने किसी भी लोन के लिए अनुमति नहीं दी थी और न ही कोई आवेदन किया था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना बालूगंज के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस फिलहाल ये मान कर चल रही है कि किसी ने उनकी व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी का दुरुपयोग कर यह साइबर धोखाधड़ी की हो। फिलहाल पुलिस बैंक रिकॉर्ड और डिजिटल ट्रांजेक्शन की पड़ताल में जुटी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह रकम कहां से आई और किसने यह लोन देने की प्रक्रिया को किया है। क्या शिकायतकर्ता से आवेदन लिया था, इसकी मंजूरी ली थी, इन सभी
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