Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विश्व चैंपियन रेणुका सिंह को इनाम और नौकरी देगी हिमाचल सरकार, CM सुक्खू ने की फोन पर बात; गेंदबाजी की जमकर की तारीफ

    By Digital Desk Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Mon, 03 Nov 2025 02:32 PM (IST)

    हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विश्व चैंपियन रेणुका ठाकुर से फोन पर बात की और उनकी गेंदबाजी की प्रशंसा की। उन्होंने रेणुका को एक करोड़ रुपये का इनाम और सरकारी नौकरी देने का वादा किया। मुख्यमंत्री ने रेणुका को हिमाचल आने पर मिलने और सम्मानित करने की बात कही।

    Hero Image

    हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने महिला क्रिकेटर रेणुका सिंह से फोन पर बात की।

    जागरण टीम, शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विश्व चैंपियन शिमला की बेटी रेणुका ठाकुर से मोबाइल फोन पर बात की। उन्होंने रेणुका सिंह ठाकुर के प्रदर्शन की सराहना की। 

    सीएम ने कहा कि रेणुका आपने बहुत अच्छी गेंदबाजी की। मैंने आपका मैच देखा व बहुत अच्छा लगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने अपनी गेंदबाजी से विरोधी टीम पर काफी दबाव रखा। जिस कारण हम मैच व टूर्नामेंट जीत पाए। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक करोड़ रुपये इनाम और नौकरी

    मुख्यमंत्री ने एक करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा भी रेणुका ठाकुर के लिए की। साथ ही उन्होंने रेणुका के लिए सरकारी नौकरी का भी वादा किया। 

    सीएम सुक्खू ने कहा कि पैसा आपको बीसीसीआई से भी मिलेगा, लेकिन आपने देश व प्रदेश का मान बढ़ाया है, इस कारण आपको प्रदेश सरकार की तरफ एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे।

    सीएम ने कहा कि आपने बेहतरीन प्रदर्शन से देश को विश्व विजेता बनाया है। सीएम ने रेणुका को भविष्य के लिए भी शुभकामना दी हैं। 

    यह भी पढ़ें: विश्व चैंपियन बेटी के लिए मां ने मांगी थी शिमला के मंदिर में मन्नत, 3 साल की उम्र में पिता को खोने वाली रेणुका के संघर्ष की कहानी

    रेणुका सिंह से मिलेंगे सीएम सुक्खू

    सीएम ने रेणुका सिंह ठाकुर से कहा कि जब आप हिमाचल आएंगी तो आपसे मिलूंगा व आपकी नौकरी को लेकर बात करूंगा। हिमाचल सरकार की तरफ रेणुका को सम्मानित किया जाएगा। 

    मां ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए रेणुका को बनाया काबिल 

    रेणुका सिंह ठाकुर शिमला जिले के रोहड़ू क्षेत्र के एक छोटे से गांव की निवासी हैं। तीन साल की उम्र में उनके पिता का निधन हो गया था। इसके बाद मां ने ही कड़ी चुनौतियों का सामना करते हुए रेणुका का इस काबिल बनाया। 

    यह भी पढ़ें: हिमाचल: AI से खुला त्रिलोकीनाथ मंदिर के 500 साल पुराने शिलालेख का रहस्य, पहली बार पढ़ा गया टांकरी लिपि में लिखा श्लोक