Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वीरभद्र सिंह: 60 वर्ष का राजनीतिक सफर, 6 बार बने हिमाचल के CM, जद्दोजहद के बाद रिज पर इन नेताओं के साथ लगी प्रतिमा

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Mon, 13 Oct 2025 11:06 AM (IST)

    Virbhadra Singh, वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश की राजनीति में 60 वर्षों तक सक्रिय रहे। वे छह बार मुख्यमंत्री बने और उन्होंने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। शिमला के रिज मैदान पर उनकी प्रतिमा अन्य नेताओं के साथ स्थापित हो गई, जो उनके राजनीतिक योगदान का सम्मान है। उनका जीवन जनता की सेवा में समर्पित रहा।

    Hero Image

    हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की फाइल फोटो व शिमला रिज पर स्थापित प्रतिमा।

    जागरण टीम, शिमला। Virbhadra Singh, वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्हें आधुनिक हिमाचल का निर्माता भी कहा जाता है। उनका 60 वर्ष का राजनीतिक सफर रहा, आज उनकी प्रतिमा रिज मैदान पर अन्य नेताओं के साथ स्थापित हो गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

     

    वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून 1934 को शिमला जिले के सराहन में बुशहर रियासत के शाही परिवार में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा शिमला के बिशप कॉटन स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से बीए ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की। 

    1962 में शुरू किया था राजनीतिक करियर

    स्व. वीरभद्र सिंह ने 1962 से महासू (शिमला) लोकसभा क्षेत्र से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। 1971 में मंडी लोकसभा क्षेत्र को अपनी कर्मभूमि चुना। मनमोहन सिंह सरकार में वह केंद्रीय मंत्री भी रहे। 

    8 बार विधायक, 5 बार सांसद और 6 बार मुख्यमंत्री रहे 

    वह आठ बार विधायक, छह बार प्रदेश के मुख्यमंत्री और पांच बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। अपने 60 वर्षों के राजनीतिक सफर के दौरान उन्होंने 14 चुनाव लड़े। वह हिमाचल कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रहे।

    शिमला में इनकी प्रतिमाएं हैं स्थापित

    राजधानी शिमला के रिज मैदान पर जहां वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित की गई है उसके साथ ही हिमाचल निर्माता डा. यशवंत सिंह परमार की प्रतिमा भी लगी है। इसके साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल दौलत सिंह की प्रतिमा भी यहां स्थापित की गई है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापित है। 

    स्कैंडल प्वाइंट पर लाला लाजपत राय की प्रतिमा

    स्कैंडल प्वाइंट पर लाला लाजपत राय की प्रतिमा है। सीटीओ के समीप लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा है। चौड़ा मैदान में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा है। छोटा शिमला में राजीव गांधी की प्रतिमा स्थापित की गई है।

    पिता की प्रतिमा नहीं लगाने पर नाराज हो गए थे विक्रमादित्य

    वीरभद्र सिंह की प्रतिमा नहीं लगाने पर उनके बेटे व राज्य सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह नाराज हो गए थे। यहां तक की उन्होंने अपना इस्तीफा भी दे दिया था। 

    सैलानी भी लेते हैं प्रतिमा के साथ फोटो

    शिमला का रिज मैदान सैलानियों का पसंदीदा सैर का स्थल है। यहां आने वाले सैलानी सभी प्रतिमाओं के प्रति आकर्षण दिखाते हैं। उन प्रतिमाओं के साथ फोटो खिंचवाते हैं। रिज पर लगी राष्ट्रपिता की फोटो के साथ विदेशी सैलानी भी फोटो लेते हैं।

    यह भी पढ़ें: वीरभद्र सिंह की 9 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण कल, शिमला पहुंची सोनिया व प्रियंका, सचिन पायलट सहित ये नेता भी पहुंचेंगे