खुशवंत सिंह लिटफेस्ट: 'ऑपरेशन ब्लू स्टार सेना के अधिकारियों की थी नासमझी', चिदंबरम के बाद मणिशंकर अय्यर का बयान आया
कसौली लिटफेस्ट में मणिशंकर अय्यर ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को सेना की नासमझी बताया और राजीव गांधी की पंजाब में शांति स्थापित करने की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने राजीव गांधी को दूरदर्शी नेता बताया, जिन्होंने देश के ऐतिहासिक महत्व को समझा। सत्र में ऑपरेशन ब्लू स्टार, एलटीटीई और कश्मीरी पंडितों के मुद्दों पर भी चर्चा हुई। अन्य वक्ताओं ने एआई, इतिहास, विरासत और स्वच्छ ऊर्जा जैसे विषयों पर अपने विचार रखे।

हिमाचल प्रदेश के कसौली में खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के दौरान चर्चा करते पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर। जागरण
मनमोहन वशिष्ठ, कसौली (सोलन)। पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने दावा किया है कि कि आपरेशन ब्लू स्टार सेना के वरिष्ठतम अधिकारियों की नासमझी थी। पंजाब में शांति स्थापित करने में भी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भूमिका निभाई। लोंगोवाल समझौता भी इसी नीति का हिस्सा था।
कसौली में खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के अंतिम दिन के पहले सत्र में मणिशंकर अय्यर ने वार्ताकार जवाहर सरकार के साथ भारत के भविष्य के लिए राजीव गांधी की विरासत का पुनर्मूल्यांकन विषय पर अपनी किताब 'द राजीव आइ न्यू' पर चर्चा करते हुआ यह दावा किया।
एक दिन पहले पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा था कि आपरेशन ब्लू स्टार के लिए केवल इंदिरा गांधी को दोषी ठहराना सही नहीं है, क्योंकि उस कार्रवाई में सेना, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल थे।
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी दूरदर्शी व भारत के ऐतिहासिक महत्व को प्राथमिकता देने वाले प्रधानमंत्री रहे हैं। श्रीलंका में शांति सेना भेजने का उनका निर्णय सही था। इस सत्र में आपरेशन ब्लू स्टार, एलटीटी व कश्मीर पंडितों के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। तमिल समस्या में भी उन्होंने सकारात्मक भूमिका निभाई।
देश के ऐतिहासिक महत्व को समझते थे राजीव गांधी
उन्होंने कहा, राजीव गांधी देश के ऐतिहासिक महत्व को समझते थे। इसलिए प्रधानमंत्री रहते हुए रामायण व महाभारत को दूरदर्शन पर दिखाया, जिससे घर-घर में रामायण देखी गई। राम मंदिर शिलान्यास सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। कहा है कि इंडी गठबंधन अगर एकजुट होकर चुनाव लड़े तो भाजपा को हराना मुश्किल नहीं है। वर्तमान समय में राहुल गांधी ऐसे नेता हैं, जो बहुदलीय सरकार चला सकते हैं।
इन विषयों पर भी हुआ मंथन
इसके अलावा बरसाली भट्टाचार्य ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में एआइ का संचालन विषय पर अनुप्रिता दास के साथ चर्चा की। ज्योत्सना मोहन व चंद्र मोहन ने स्वतंत्रता, अवज्ञा और इतिहास के पहले मसौदे पर चर्चा की। राजा भसीन ने हिमाचल में विरासत, मिथकों और संस्कृति की प्रतिध्वनियां विषय पर गिलियन राइट के साथ विभिन्न परिदृश्यों को अपनी बात रखी।
नंदिनी मुरली व अभिनेत्री पूजा बेदी ने अशांत विरासतें, साहसी भविष्य विषय पर लीना गुप्ता के साथ चर्चा की। संदीप भामर व प्रेम झा ने भविष्य को रोशन करते हुए भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा विषय पर मधुर सिंह के साथ चर्चा की। अंतिम सत्र के बाद फेस्ट के निर्देशक व खुशवंत सिंह के बेटे राहुल सिंह साहित्यकारों, राजनेताओं, स्पांसर का आभार जताया।
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