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    Himachal Landslide VIDEO: ऊना में भूस्खलन की चपेट में आया स्कूल, दीवारें तोड़कर कमरे में घुसा मलबा; पांच शिक्षक थे अंदर

    Updated: Mon, 25 Aug 2025 12:30 PM (IST)

    Himachal Pradesh Landslide ऊना हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते आबादी वराना प्राथमिक स्कूल भूस्खलन की चपेट में आ गया। सोमवार सुबह हुए इस हादसे के समय स्कूल में पांच शिक्षक मौजूद थे जो मलबे के दीवारों को तोड़कर कमरे में घुसने से बाल-बाल बच गए। गनीमत रही कि भारी बारिश के कारण स्कूल में छुट्टी थी

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    जिला ऊना के अबादा बराना प्राइमरी स्कूल के अंदर घुसा मलबा।जागरण

    जागरण टीम, ऊना। Himachal Pradesh Landslide, हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश जानलेवा साबित हो रही है। भारी बारिश के कारण कई लोग जान गंवा रहे हैं। जिला ऊना में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। ऊना-मैहतपुर मुख्य सड़क पर स्थित गांव आबादी वराना प्राथमिक स्कूल भूस्खलन की चपेट में आ गया। हादसे के वक्त पांच शिक्षक अंदर थे।

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    मलबा दीवारों को तोड़कर कमरे के अंदर पहुंच गया। इस दौरान स्कूल में मौजूद शिक्षक बाल-बाल बच गए। गनीमत रही कि स्कूल में आज बच्चों को छुट्टी दे दी गई थी। यदि बच्चे स्कूल में होते तो बड़ा नुकसान हो सकता था। 

    शिक्षक को एकदम से भागकर बाहर आ गए, लेकिन यदि बच्चे भी कमरे में होते तो उन्हें तुरंत निकालना मुश्किल होना था व जानी नुकसान हो सकता था। एकदम से कमरे में तीन से चार फीट तक मलबा भर गया। भूस्खलन के कारण एकदम से दीवारों काे तोड़कर मलबा अंदर पहुंच गया। 

    25 बच्चे पढ़ते हैं स्कूल में

    इस स्कूल में करीब 25 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। सोमवार को उपायुक्त ऊना द्वारा स्कूल में अवकाश घोषित किया गया था, वरना हादसे के समय बच्चे भी स्कूल में मौजूद रहते और स्थिति भयावह हो सकती थी।

    उपायुक्त जतिन लाल पहुंचे स्कूल में

    घटना की सूचना मिलते ही उपायुक्त जिला ऊना जतिन लाल, एसडीएम ऊना व शिक्षा उपनिदेशक मौके पर पहुंचे व स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने स्कूल में मौजूद स्टाफ का भी हाल जाना, जिन्हें कोई गंभीर चोट नहीं लगी है। इस दौरान ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा भी घटनास्थल पर पहुंचे व अधकारियों से बातचीत की। 

    बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ भवन

    पंचायत प्रधान ने प्रशासन से मांग की है कि भवन पूरी तरह असुरक्षित हो चुका है, ऐसे में बच्चों की कक्षाएं पंचायत घर में लगाई जाएं, जब तक नई व्यवस्था नहीं हो जाती। हादसे का मुख्य कारण स्कूल के पीछे पहाड़ी को रोकने के लिए बना हुआ डंगा था, जो लगातार बारिश के कारण कमजोर हो गया था

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