भारी बारिश के कारण जंबू जू की सड़कें-फुटपाथ उखड़े, खुलने के लिए लोगों को करना पड़ेगा कुछ लंबा इंतजार
जम्मू जू भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है जिससे इसके खुलने में देरी हो रही है। सड़कें और फुटपाथ उखड़ गए हैं जिससे बैटरी कार का चलना मुश्किल हो गया है। जू प्रशासन मरम्मत कार्य करने की योजना बना रहा है लेकिन इसमें एक महीने तक का समय लग सकता है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। पिछले दिनों हुई भारी वर्षा से उखड़े जंबू जू के फुटपाथ व सड़कों को लेकर आम लोगों के लिए बंद किए गए जंबू जू के शीघ्र खुलने की उम्मीदें नहीं हैं। इसे शुक्रवार से खोला जाना था पिछले दो तीन दिनों तक हुई वर्षा ने जू प्रशासन की मुश्किलें और बढ़ा दी।
लोगो को अभी कुछ लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। चिड़िया घर के अंदर की तमाम सड़कों पर वर्षा का असर देखा गया है। हालांकि आरंभिक वर्षा के बाद जंबू जू को 4 सितंबर तक बंद किया गया था। मगर उसके बाद वर्षा का दौर और तेज हो गया और इससे जू परिसर में फैली मार्ग की पंगडंडी अनेकों जगहों से उधड़ गई है।
यह भी पढ़ें- वर्षा और बाढ़ का कहर जारी: सड़के बंद होने की वजह से जम्मू में सब्जियों के दाम बढ़े, रसोई का बजट भी बिगड़ा
वहीं सड़क मार्ग जगह जगह से ढहे पड़ हैं या उधड़ गए हैं। ऐसे में बैटरी कार इस सड़क पर नहीं चलाई जा सकती। इन हालात को देखते हुए जंबू जू प्रशासन ने आम लोगों के लिए फिलहाल जू को बंद कर दिया है।
मौसम खुलते ही चिड़िया घर में फैली सड़कों की मरम्मत की जाएगी और उसके साथ ही फुटपाथों को दुरुस्त किया जाएगा। इसमें कितना समय लगेगा, यह कोई बताने को तैयार नहीं। मगर सूत्रों का कहना है कि अभी माह भर का समय लग सकता है।
पिछले समय में जंबू जू का चक्कर लगाकर आए किशोर कुमार ने बताया कि वर्षा ने जंबू जू के भीतर नुकसान किया है। यहां नाले उफान में आने से सड़क व फुटपाथों को जबरदस्त नुकसान हुआ है। जू परिसर की मुख्य सड़क ही आठ दस जगहों से उधड़ी पड़ी है। कई जगहों पर तो मिट्टी का लेप चढ़ गया है।
यह भी पढ़ें- श्रीनगर हजरतबल में राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान करने वालों पर FIR दर्ज, पुलिस ने कहा- कानून के तहत होगी कार्रवाई
वर्षा के दौरान जू परिसर के मुख्यदार क्षेत्र में जबरदस्त पानी का बहाव रहा। कई दीवारों को भी नुकसान हुआ है। वर्षा के दौरान कई पेड़ भी ढ़ह गए। जम्मू से तकरीबन दस वर्ष दूर स्थित यह जू 163 हैक्टेयर में फैला हुआ है और दो वर्ष पहले ही इसे आम जनता लिए खोल दिया गया था।
जू परिसर में विभिन्न प्रजाति के तकरीबन 150 जीव पल रहे हैं। यह गनीमत रहा कि जू के जीव सुरक्षित रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।