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    लद्दाख मैराथन में गजब का उत्साह, अंतिम दिन दौड़े 4700 से अधिक धावक; हंसराज बने चैंपियन

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 11:33 PM (IST)

    लेह में लद्दाख मैराथन का आयोजन किया गया जिसमें देश-विदेश से 4700 से अधिक धावकों ने भाग लिया। कठुआ के हंसराज ने फुल मैराथन जीती जबकि स्टेंजिन चोनडोल महिला वर्ग में विजेता रहीं। सेना के धावकों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं को 50 लाख रुपये के पुरस्कार दिए गए।

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    अंतिम दिन दौड़े 4700 से अधिक धावक। फोटो जागरण

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। लेह जिले में रविवार को लद्दाख मैराथन में उत्साह का बोलबाला रहा है। एक दिन में लद्दाख मैराथन में तीन श्रेणियों में हुई दौड़ में देश, विदेश के 4700 से अधिक धावक न दौड़ कर अपना दम दिखाया।

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    कठुआ जिले के हंस राज ने 42 किलोमीटर की फुल मैराथन जीत ली। आठ सौ से अधिक धावकों को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने दो घंटे, 47 मिनट, 41 सैकेंड में दौड़ पूरी कर चैंपियन का खिताब अपने नाम कर लिया। वहीं लेह की स्टेंजिन चोनडोल महिला वर्ग में लद्दाख मैराथन के विजेता रही।

    उन्होंने 42 किलोमीटर की दूरी 3 घंटे व 13 मिनट में पूरा कर पहला स्थान हासिल किया। इस दौड़ में 154 महिलाओं ने हिस्सा लिया। फुल मैराथन में 967 धावकों ने हिस्सा लिया। इनमें 813 पुरुष व 154 महिला धावक शामिल थे।

    सबसे अधिक 2,107 धावकों ने 11.2 किलोमीटर की दौड़ में हिस्सा लिया। दौड़ में हिस्सा लेने वालों में 1,189 पुरुष व 918 महिलाएं शामिल थी। इस दौड़ के पुरुष वर्ग में पहला स्थाना लेह के सोनम स्टेंजिन ने जीता। उन्होंने यह दौड़ 42 मिनट व 39 सैकेंट में पूरी की। वही महिला वर्ग में स्कारमा इडोंग लांजेस 47 मिनट व 30 सैकेंट के समय के साथ पहले स्थान पर रही।

    रविवार को लद्दाख मैराथन के 12वें संस्करण के अंतिम दिन लद्दाख पुलिस के महानिदेशक शिवदर्शन सिंह जम्वाल ने लेह के एनडीएस स्पोर्ट्स स्टेडियम से 42 किलोमीटर की फुल मैराथन के साथ 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं लेह में हुई 11.2 किलोमीटर की दौड़ को लद्दाख के मुख्य सचिव डा पवन कोतवाल ने हरी झंडी दिखाई।

    लद्दाख मैराथन 11 सितंबर को शाम को 122 किलाेमीटर की सिल्क रूट अल्ट्रा मैराथन व देर रात को 72 किलोमीटर की खारदुंगला चैलेंज के साथ शुरू हुई थी। पांच किलोमीटर के रन लद्दाख फार फन का आयोजन तेरह सिंतबर को हुआ था। इसे लद्दाख के उपराज्यपाल कविन्द्र गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर शुरू किया था। लेह में 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन में 1,637 कुल प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें 1,251 पुरुष व 385 महिलाएं शामिल हैं।

    दुर्गम हालात में लद्दाख के उच्चतम इलाकों में देशसेवा करने वाली सेना की लद्दाख स्काउट्स के धावकों ने लद्दाख मैराथन में अपना वर्चस्व दिखाया। सेना के कई धावकों ने इनाम जीते।

    सेना के धावकों ने लेह में 7,618 फीट की ऊंचाई पर 122 किलोमीटर सिल्क रूट व 72 किलोमीटर खारदूंग ला चैलेंज पर अपना कब्जा जमाया था। भारतीय सेना की लद्दाख स्काउट्स के सिवांग कुंदन ने लेह में 122 किलोमीटर सिल्क रूट अल्ट्रा व शब्बीर हुसैन ने 72 किलोमीटर का खारदूंग ला चैलेंज जीता था।

    रीमा एक्सीपीडीशन द्वारा सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर व लेह प्रशासन के सहयोग से आयोजित लद्दाख मैराथन में देश के विभिन्न हिस्सों के साथ विश्व के 31 देशों से आए करीब 6600 धावकों ने हिस्सा लिया। पांच श्रेणियों में हुई लद्दाख मैराथन में महिला, पुरुष विजेताओं, उपविजेताओं में पचास लाख रूपये के इनाम बांटे गए।